कोटा। राजस्थान के कोटा में 17 जुलाई को हुई युवक की मौत का पुलिस ने खुलासा किया है। दरअसल, युवक की मौत हत्या निकली। पुलिस ने हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने हत्या करने की वारदात कबूल की है। पुलिस ने हत्या के आरोपियों को रिमांड पर लिया है।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि शराब के नशे में सिगरेट व बीड़ी मांगने को लेकर आपस में झगड़ा हुआ था। आरोपियों ने रेलिंग पर पटककर युवक का सिर फोड़ दिया था। हत्या के बारे में किसी को शक ना हो इसके लिए आरोपी युवक का मोबाइल व आईडी लेकर फरार हो गए थे।
पुलिस ने जब मृतक का पोस्टमार्टम कराया तो रिपोर्ट में हेड इंजरी से युवक की मौत होना पाया गया। जिसके बाद मृतक के जीजा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मनीष मीणा (45) पहले सिक्योरिटी कंपनी में काम करता था। करीब दो महीने से वह बेरोजगार था। वहीं पत्नी ने उसे छोड़ रखा था और वह अपनी बहन के पास संजय गांधी नगर में रहता था।
सिगरेट नहीं दी तो सिर फोड़ा…
महावीर थानाधिकारी परमजीत ने बताया घटना 17 जुलाई की है। मनीष शाम को घर से निकला और रात में मेडिकल कॉलेज के सामने बस स्टैंड पर सो रहा था। रात करीब 1 बजे वहां पर आरोपी योगेश पंडित और आकाश भी आ गए। उन्होंने मनीष से बीड़ी, सिगरेट मांगी, लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और उसका सिर रेलिंग पर पटक दिया।
गंभीर हालत में आरोपी उसे मेडिकल कॉलेज में छोड़ कर चले गए। इलाज के दौरान मनीष की मौत हो गई। तीन-चार दिन तक मनीष घर वापस नहीं पहुंचने पर उसके जीजा ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी। पुलिस ने जब युवक को ढूंढा तो उसकी अस्पताल में मौत की जानकारी मिली। 21 जुलाई को जीजा ने मेडिकल कॉलेज आकर उसकी पहचान की।
उसके शरीर पर चोट के निशान थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने हेड इंजरी से मौत होना बताया। मृतक के जीजा ने साले की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। एसटीएससी सेल डीएसपी ने रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच शुरू की।
जांच में सामने आया कि अंता निवासी योगेश गौतम और हरिओम नगर निवासी आकाश जोशी ने ही मनीष के साथ मारपीट की थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से मनीष का मोबाइल, पैन कार्ड और आधार कार्ड भी बरामद किया।