राजस्थान में पेपर की घटनाओं के बीच जयपुर में सामूहिक रूप से नकल का मामला सामने आया है, यहां एक संस्थान में यूजीसी की ओर से आयोजित की जाने वाली नेट की परीक्षा में सामूहिक नकल की गई। यही नहीं नकल करते हुए छात्र-छात्राओं का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। एक संस्थान में परीक्षा देने बैठे छात्र-छात्राएं सामूहिक नकल करते नजर आ रहे हैं, वह भी बगैर किसी डर के।
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया वीडियो
सामूहिक नकल का वीडियो केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया और लिखा कि राजस्थान में नकल राज! नहीं संभलता है तो छोड़ दो। इस ट्वीट को सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने रिट्वीट करते हुए लिखा कि यह NTA का एग्जाम है जो कि केंद्र के अंतर्गत आता है, इसमें राजस्थान सरकार का कोई लेना देना नहीं है। आप भी यह वीडियो देखिए।
लोकश शर्मा यहीं नहीं रुके, उन्होंने तो शेखावत को संजीवनी मामले में घसीट लिया। उन्होंने आगे एक के बाद एक ट्वीट करते हुए कहा कि बड़े आश्चर्य की बात है, केंद्रीय मंत्री श्री गजेंद्रसिंह शेखावत जिनका SOG जांच में संजीवनी घोटाले में गिरफ्तार अभियुक्तों के समान ही जुर्म प्रमाणित हुआ है और जैसे कि मुख्यमंत्रीजी ने कहा उनके परिवार के सदस्यों का भी नाम है वो उल्टा प्रदेश के CM पर मानहानि का केस दर्ज करा रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री जी लगातार कह रहे हैं कि श्री शेखावत स्वयं केन्द्रीय मंत्री हैं, यदि आप बेकसूर हैं तो गरीबों का पैसा वापस दिलवाने के लिए आगे क्यों नहीं आते? उनकी मांग रही है, केन्द्र सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जिसमें राजस्थान सरकार पूरा सहयोग करेगी।
टोंक फाटक स्थित नितिन गर्ल्स स्कूल का है मामला
दरअसल ये पूरा मामला टोंक फाटक स्थित नितिन गर्ल्स स्कूल का है, जी हां वहीं नितिन गर्ल्स स्कूल जहां कल खबर आई थी कि एग्जाम के बावजूद 8 बजे तक भी सेंटर नहीं खुला था, जिसके चलते अभ्यर्थियों का पेपर लेट हो गया, जिसके बाद काफी हंगामा मचाया गया था। इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को सुबह 8 बजे सेंटर में प्रवेश दिया जाता लेकिन यहां पर 8:15 बजे तक भी प्रवेश नहीं दिया गया। इस वीडियो के सामने आने के बाद अब पता चल रहा है कि आखिर सेंटर के दरवाजे इतनी देर तक क्यों नहीं खोले गए।
कल इसी सेंटर पर लापरवाही की खबर आई थी सामने
दरअसल हंगामे के बाद स्कूल का गेट खोलकर अभ्यर्थियों को अंदर प्रवेश दिया गया। जो बाहर परीक्षा देने आए थे उनके पास मोबाइल फोन और किताबें भी थीं, लेकिन इन्हें कहीं जमा नहीं कराया गया परीक्षा हॉल के अंदर परीक्षार्थी इन चीजों को अपने साथ लेकर गए। परीक्षा जब शुरू हुई तो थोड़ी देर बाद ही यहां सामूहिक नकल चालू हो गई। ये देखकर कुछ अभ्यर्थियों ने विरोध जताया लेकिन कुछ नहीं हुआ, इसके बाद छात्रों ने अपने फोन से नकल करते हुए अभ्यर्थियों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। हालांकि यूजीसी ने इस परीक्षा को दोबारा करवाया, तब जाकर इस सेंटर पर यह परीक्षा संपन्न हुई।