नाथद्वारा में एक कार्यक्रम एक ही मंच पर सीएम अशोक गहलोत और पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए सिय़ासी वार को आज पूरे देश ने देखा। पीएम मोदी के संबोधन पर सीएम अशोक गहलोत ने नाराजगी जताई और उनके बयान को दुर्भाग्यपूर्ण कह डाला। इधर सीएम के इस बयान को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अनावश्यक करार दिया।
वसुंधरा राजे ने कहा कि आज प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के भाषण पर की गई टिप्पणी अनावश्यक है। सच्चाई यही है कि पीएम मोदी के कार्यकाल में जो विकास हुआ, वह अभूतपूर्व है। जिसका मुख्यमंत्री के नाते गहलोत को खीजने के बजाए स्वागत करना चाहिए।
क्या सीएम को ये याद नहीं..
क्या मुख्यमंत्री जी को याद नहीं है कि देश की आधी आबादी 8 साल तक शौचालय जैसी सुविधा से वंचित थी? क्या कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा देकर कई बार सत्ता प्राप्त नहीं की? कांग्रेस गरीबी हटाओ का झूठा राग आलापने के बजाय देश की इकोनोमी को विकास की दिशा में ले जाती तो आजादी के बाद देश का अमूल्य समय व्यर्थ नहीं जाता।
सीएम शायद यह भी भूल गए कि नेहरूवादी नीतियों ने भारत को गरीब देश बना दिया, जिससे राष्ट्र का विकास थमा और स्वाभिमान घटा। जबकि मोदी जी ने पीएम आवास से जरूरतमंदों को छत देकर उनका सम्मान किया, भ्रष्टाचार रहित और भेदभाव रहित शासन देकर दुनिया में देश का मस्तक ऊंचा किया।
राहुल गांधी की नजरों में आने के लिए कुछ भी बोल रहे हैं
सच यह है कि गहलोत की न अब गांधी परिवार सुन रहा और न ही उनके विधायक। पायलट बगावती हैं सो अलग। होने वाली हार से भयभीत गहलोत राहुल गांधी की नजर में आने के लिए कुछ भी बोल रहे हैं जबकि मोदी जी ने जो विकास के कीर्तिमान स्थापित किए हैं, वो न भूतो न भविष्यति।
नेताओं का अपमान करने के बजाय धन्यवाद देना चाहिए था
पीएम मोदी के संबोधन को लेकर सीएम गहलोत ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि आज के मोदीजी के भाषण का भावार्थ ऐसा था जैसे किसी 21 साल के नौकरी में आए युवा को बोला जाए कि आप 20 साल पहले ही नौकरी में क्यों नहीं आ गए। मैं श्री नरेन्द्र मोदी से अपील करना चाहूंगा कि एक प्रधानमंत्री के रूप में सरकारी कार्यक्रमों में आपको अपने पूर्ववर्ती नेताओं का अपमान करने की बजाय उनका धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि उन्होंने ऐसा देश मोदीजी को सौंपा जिसके कारण आज वो दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व कर पाते हैं।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा था निशाना
बता दें कि आज नाथद्वारा में एक मंच पर एक ही कार्यक्रम में गहलोत की मांगों के जवाब में पीएम मोदी ने कांग्रेस सरकार का बिना नाम लिए कई तंज कसे थे, उन्होंने यहां तक कह दिया था कि देश में कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें देश में कुछ भी अच्छा होता देखा नहीं जाता। बेहद नकारात्मकता से भरे हुए लोग हैं ये। अगर पहले की सरकारें इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देती तो आज पानी की कमी नहीं होती पहले मेडिकल कॉलेज बना दिए होते तो आज डॉक्टर्स की कमी नहीं होती।