जयपुर। राजस्थान विधानसभा को 18वां अध्यक्ष मिल गया है। पूर्व शिक्षा मंत्री और अजमेर उत्तर से बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी आज निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। खास बात ये रही कि वासुदेव देवनानी को स्पीकर चुनने के लिए विधानसभा में विरोधी माने जाने वाले नेता भी एक-दूसरे के प्रस्ताव का समर्थन करते दिखे। देवनानी को स्पीकर चुनने के लिए सबसे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रस्ताव रखा। फिर पूर्व सीएम अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे, डिप्टी सीएम दीया कुमारी और रालोपा विधायक हनुमान बेनीवाल ने प्रस्ताव रखा। इसके बाद देवनानी सर्वसम्मति से विधानसभा स्पीकर चुने गए।
वासुदेव देवानानी राजनीतिक सफर…
बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी लगातार पांचवीं बार अजमेर उत्तर विधानसभा सीट से जीते है। देवनानी कम उम्र में ही आरएसएस और बाद में इसकी छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए। जिसके बाद वो नौ साल तक राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष रहे। हालांकि, बाद में वो बीजेपी में शामिल हो गए। देवनानी साल 2003 में अजमेर उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से राजस्थान विधानसभा के लिए चुने गए। फिर साल 2008 और 2013 में फिर से विधायक चुने गए। वो 2003-08 में राजे सरकार में तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री थे और 2013-18 में राजे के मंत्रालय में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री थे।
देवनानी का जीवन परिचय…
राजस्थान के अजमेर में 11 जनवरी 1950 को जन्मे वासुदेव देवनानी पेशे से इंजीनियर हैं। देवनानी ने एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज जोधपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री ली। इसके बाद वो एक अकादमिक करियर में आगे बढ़े और उदयपुरा में विद्या भवन पॉलिटेक्निक कॉलेज के डीन बने। उनका विवाह रिटायर्ड स्कूल शिक्षिका इंदिरा देवनानी से हुआ है। इनके एक बेटा और दो बेटियां हैं।