जयपुर। प्रदेश में गुरुवार रात को आए तेज तूफान ने जगह- जगह तबाही मचा दी। प्रदेशवासी सुबह जब सड़कों पर निकले तो उन्हें जगह-जगह टूटे पेड़ और तूफान के साथ मीलों उड़कर आए टिन शेड और अन्य सामान नजर आए। राजधानी में शुक्रवार सुबह 45 बड़े पेड़ टूटने की सूचना तो निगम कंट्रोल रूम में ही आ गई। इसके अलावा जगहजगह लगे तिरंगों को नुकसान पहुंचा। पार्कों उड़कर आए कचरे से अटे नजर आए तो शहर में कई जगह पोल उखड़ने से बिजली के तार भी जमीन पर गिरे पड़े थे। राजधानी में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
दूसरी तरफ टोंक में तूफानी बारिश जनित अलग-अलग घटनाओं में 12 व्यक्तियों की मौत हो गई। इसके साथ ही तूफान से नुकसान के आकलन के आदेश के चलते जिलों में अधिकारी नुकसान का अनुमान लगाने में जुटे रहे। मौसम केंद्र के अनुसार प्रदेश में 30 मई तक बारिश-आंधी की गतिविधियां जारी रहेंगी। विभाग ने आमजन को बिजली कड़कने पर सुरक्षित जगह जाने की अपील की।
सर्वाधिक बारिश जयपुर में 6 सेमी
प्रदेश की एक दर्जन से अधिक जगहों पर शुक्रवार को भी बारिश हुई। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार सर्वाधिक बारिश जयपुर तहसील में 6 सेंटीमीटर दर्ज की गई, जबकि सांभर, चाकसू और चौमूं के साथ ही टोंक के मालपुरा, सीकर के लक्ष्मणगढ़, झुंझुनूं के पिलानी, सवाई माधोपुर के बौंली, करौली के हिंडौन, और अजमेर जिले में 5-5 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं, राज्य के कई स्थानों पर एक से चार सेमी बारिश दर्ज की गई।
टोंक: तूफान के कहर ने लील लिए कई जीवन
प्रदेश के टोंक जिले में हुई भारी बारिश के कारण अलग-अलग घटनाओं में एक दर्जन लोग काल कवलित हो गए। कई अन्य घायल हो गए। यहां सैकड़ाें कच्चे-पक्के घरों को नुकसान भी पहुंचा। टोंक कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बताया कि रिपोर्ट तैयार होने के बाद सरकारी नियमों के अनुसार पात्र व्यक्तियों को मुआवजा प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा यहां कई स्थानों पर शुक्रवार शाम तक पानी और बिजली की आपूर्ति बाधित होने से लोग परेशान हो गए।
जून में मानसूनी बारिश सामान्य से कम रहने का अनुमान
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूरे मौसम में सामान्य मानसून रहने का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए कहा है कि जून में देश में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी के पर्यावरण निगरानी और अनुसंधान केंद्र (ईएमआरसी) के प्रमुख डी शिवानंद पई ने कहा, ‘दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कु छ क्षेत्रों, उत्तर-पश्चिम भारत, सुदूर उत्तर भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में जून में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।’
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अल नीनो की शुरुआत के बावजूद इस मौसम में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सामान्य रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के गर्म होने के कारण अल नीनो की स्थिति पैदा होती है। उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश वर्षा आधारित कृषि क्षेत्रों वाले मानसून कोर जोन में मौसमी वर्षा सामान्य रहने का अनुमान है जिसका लंबी अवधि का औसत (एलपीए) 94 से 106 प्रतिशत रहने का अनुमान है।