उदयपुर। आगामी 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में हुए बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड को एक साल पूरा होने जा रहा है। उदयपुर में हुए वीभत्स हत्याकांड ने पूरी दुनिया को झकझोर करके रख दिया था। उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल साहू की दो आतंकियों ने तालिबानी तरीके से निर्मम हत्या कर दी थी।
आंतकियों ने कन्हैया लाल की हत्या का लाइव वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था, जो पूरे देश में बहुचर्चित रहा। अब इस घटना के एक साल पूरे होने के बाद हत्याकांड पर एक फिल्म बनाने की तैयारी की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के एक प्रोडक्शन हाउस की टीम 28 जून यानी कन्हैयालाल की बरसी पर मुंबई से उदयपुर आएगी। प्रोडेक्शन टीम इस दौरान फिल्म बनाने की तैयारियों के लिए परिवार और लोगों से बात करेगी।
बता दें कि कन्हैयालाल हत्याकांड पर फिल्म बनाने को लेकर उनके परिजनों ने पहले आपत्ति जताई थी। इसको लेकर मुंबई की एक कंपनी फिरफॉक्स की ओर से डायरेक्टर अमित जानी ने कन्हैया लाल के बेटे यस तेली को फोन किया। इसमें उन्होंने कन्हैया लाल के हत्याकांड को लेकर एक फिल्म बनाने की अनुमति मांगी। पहले तो परिवार के लोगों ने इसके लिए मना कर दिया, लेकिन फिर बाद में परिवार के सदस्य फिल्म बनाने के लिए तैयार हो गए और उन्होंने कंपनी के डायरेक्टर को अपनी सहमति प्रदान कर दी। लिहाजा प्रोडक्शन हाउस ने कन्हैयालाल केस पर रिसर्च शुरू कर दी है।
कन्हैया लाल की बरसी पर उदयपुर आएगी प्रोडक्शन हाउस की टीम…
मुंबई के प्रोडक्शन हाउस की टीम 28 जून यानी कन्हैयालाल की बरसी पर मुंबई से उदयपुर आएगी। इसको लेकर कन्हैयालाल के बेटे यश ने बताया कि उदयपुर आने के बाद प्रोडक्शन टीम उनके घर पर पहुंचेगी। जहां इस हत्याकांड से जुड़े हुए प्रत्येक कैरेक्टर को लेकर चर्चा की जाएगी। साथ ही जानकारी लेने के बाद प्रोडक्शन टीम फिल्म बनाने के लिए आगे की कार्रवाई शुरू करेगी। इस दौरान प्रोडक्शन टीम दिवंगत कन्हैयालाल साहू, उनके दो पुत्र और पत्नी, मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज अत्तारी के किरदारों को बारीकी से समझेगी। इसके अलावा राजसमंद के दो युवकों की मदद से पुलिस ने इन आरोपियों को कैसे दबोचा। इसको लेकर भी विस्तार से जानकारी जुटाएगी।
आतंकियों ने क्यों की कन्हैयालाल की हत्या…
पिछले साल पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में एक विवादित टिप्पणी की थी। इस पर खूब बवाल भी हुआ था। विवाद बढ़ता देख बीजेपी ने नूपुर शर्मा को निष्कासित भी कर दिया गया था। वहीं उदयपुर के रहने वाले टेलर कन्हैयालाल साहू ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट लिखी थी। इसके बाद से ही कन्हैयालाल आतंकियों के निशाने पर थे। उनकी इस पोस्ट से नाराज होकर दो आतंकी रियाज और मोहम्मद गौस ने कन्हैयालाल की हत्या कर दी। यही नहीं हत्या के बाद दोनों हत्यारों ने कन्हैयालाल की हत्या का लाइव वीडियो भी बनाया था। हत्यारों ने धमकी भरा एक वीडियो जारी किया था।
उदयपुर हत्याकांड में क्या-क्या हुआ…
10 जून को सोशल मीडिया पर पोस्ट आया। जिसे कन्हैया लाल ने पोस्ट पर कमेंट्स करते हुए शेयर कर दिया था। इसके अगले ही दिन 11 जून को कन्हैयालाल के खिलाफ केस हुआ था। इसके बाद 12 जून को कन्हैयालाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। अगले दिन यानी 13 जून को दोनों पक्षों में समझौता हुआ और कन्हैया लाल को जमानत मिली। दो दिन बाद 15 जून को जान से मारने की धमकी मिलने पर कन्हैयालाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाकर सुरक्षा मांगी। शिकायत में दावा किया कि कुछ लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। वहीं 28 जून को भूतमहल इलाके में टेलर कन्हैयाल साहू दुकान पर दो आतंकी रियाज और गौस मोहम्मद आए और उन्होंने उसका गला रेत दिया।