अजमेर। राजस्थान के अजमेर में 2 अलग-अलग थाना क्षेत्रों में नाबालिग स्टूडेंट्स के सुसाइड करने का मामला सामने आया है। यहां 14 साल के छात्र ने एग्जाम से ठीक 1 दिन पहले रविवार को फंदा लगाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि छात्र की मां ने लेट आने पर उसे डांटा था। वहीं 17 साल की छात्रा ने सोमवार सुबह फंदा लगा लिया।
वो पूजा करने की कहकर कमरे में गई थी। परिजनों को खुद नहीं मालूम कि आखिर उन्होंने सुसाइड किया क्यों? पुलिस ने दोनों मृतकों का JLN अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
गंज थाने के हेड कांस्टेबल चेनाराम ने बताया कि यह घटना गंज थाना क्षेत्र में फॉयसागर स्थित CRPF के क्वार्टर में रविवार देर रात की है। यहां मध्य प्रदेश के भिंड जिले के रहने वाले इब्राहिम खान सीआरपीएफ में कार्यरत है। जिनका परिवार अजमेर स्थित सीआरपीएफ GCA 2 में सरकारी क्वार्टर में निवास करता है। इब्राहिम खान की पोस्टिंग जयपुर रायला में है। उनका 14 साल का बेटा आरिफ 9वीं कक्षा के छात्र था।
आरिफ खान रविवार शाम को 8 खेलने के बाद घर पर पहुंचा था। मां ने लेट आने पर उसे डांट दिया था। गुस्से में आकर वह अपने कमरे में चला गया। बाद में आरिफ खान ने रात करीब 10 बजे अपने कमरे में चुन्नी से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मां प्रवीण ने जाकर देखा तो बेटा फंदे पर लटका मिला। जिसके बाद घर में हड़कंप मच गया। सीआरपीएफ अधिकारियों की सूचना पर गंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतार पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में भिजवाया।
आरिफ का पहला एग्जाम था आज
मृतक आरिफ के पिता इब्राहिम खान ने बताया कि उनका बेटा पढ़ाई में काफी अच्छा था। वह वर्तमान में प्राइवेट स्कूल में 9वी कक्षा में पढ़ाई कर रहा था। आज उसका पहला एग्जाम भी था। उसने सुसाइड क्यों किया इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इसके साथ ही उन्हें किसी पर शक नहीं है।
पूजा की बात कहकर बेटी ने दी जान
वहीं दूसरी घटना अलवर गेट थाना क्षेत्र की है। यहां गुर्जर धरती निवासी काजल मेहरा (17) पुत्री राकेश मेहरा ने घर के कमरे में फंदा लगाकर सोमवार को सुसाइड कर लिया। मां ने बेटी को फंदे पर लटका देखा तो घर में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर अलवर गेट थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। परिवार के लोगों ने बेटी को फंदे से उतार कर जेएलएन अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मां कैलाशी देवी ने बताया कि सुबह आखिरी बार उससे बात हुई थी। उसने कहा था वह नहाने के बाद पूजा करेगी। बेटी से बात करने के बाद वह काम करने छत पर चली गई। जब उन्होंने नीचे आकर देखा तो बेटी फंदे पर लटकी मिली।
बेटी ने फांसी का फंदा लगाने से पहले हाथ की नसें भी काटने की कोशिश की थी। वर्तमान में बेटी 10वीं की पढ़ाई ओपन बोर्ड से कर रही थी। बेटी ने सुसाइड क्यों किया इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।