उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में बिजली विभाग पर लापरवाही के चलते दर्दनाक हादसा हो गया। यहां 15 दिन पहले सड़क पर टूटकर गिरे बिजली के खंभे में करंट दौड़ने से दो स्कूली बच्चों की मौत हो गई। मामले में ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को हादसे की वजह बताया है। ग्रामीणों ने दोनों शवों को मोर्चरी रखवाकर लापरवाह कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर झाड़ोल एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। यह घटना उदयपुर के झाड़ोल थाना क्षेत्र के ढढ़ावली गांव की है।
जानकारी के अनुसार, जिले के झाड़ोल थाना क्षेत्र के ढढ़ावली में 15 दिन पहले विद्युत पोल से तार टूट कर जमीन पर गिर गया था। गुरुवार शाम को स्कूल से घर जा रहे दो बच्चे महेंद्र और कमलेश ने गलती से जमीन पर गिरे बिजली की केबल को छू लिया। तार में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से दोनों बच्चों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इधर, बच्चों के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उनकी तलाश की। इसके बाद परिजनों ने बच्चों को ढूंढते हुए खेत की तरफ पहुंचे। वहां जाकर देखा तो दोनों बच्चों की करंट लगने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने दोनों शवों को मोर्चरी में रखवाया। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने लापरवाह कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर झाड़ोल एसडीएम मणिलाल तिरगर को ज्ञापन भी सौंपा।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि 15 दिन पहले विद्युत पोल से तार टूट कर जमीन पर गिर गया था। तार टूटने से खेत में पड़ा हजारों रुपए का चारा भी जलकर खाक हो गया था। पिछले कई दिनों से ग्रामीण कई बार विद्युत विभाग के कर्मचारियों को यह तार हटाने के लिए अवगत करा चुके है। इसके बावजूद भी लापरवाह विद्युत कर्मचारियों ने मौके से टूटे हुए तार को नहीं हटाया। ग्रामीणों ने लापरवाह कर्मचारियों पर बर्खास्त करने की मांग की।