झालावाड़। प्रदेश के हर जिले में कहीं पहाड़ काट कर तो कहीं मिट्टी खोद कर अवैध खनन का धंधा जोरों पर चल रहा है। इस अवैध खनन की वजह से आए दिन लोगों की जान जा रही है। लेकिन सरकार और प्रशासन को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। ताजा मामला झालावाड़ जिले में सामने आया है। मण्डावर थाना क्षेत्र में देर रात पत्थरों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से दो लोगों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए है।
मण्डावर थाने के एएसआई मुकेश पारेता बताया कि हादसा देर रात 11.30 बजे हुआ। पत्थरों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली देवास से बाघेर खानपुर की तरफ आ रही थी। तभी अचानक मण्डावर थाना क्षेत्र में झालावाड़-बांरा मेगा हाईवे पर बाघेर घाटी में तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में पत्थरों के ऊपर बैठे दो मजदूर ट्रॉली के नीचे दब गए। जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, हादसे के चालक ट्रैक्टर-ट्रॉली को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से पत्थरों के नीचे दबे दोनों मजदूरों के शवों को बाहर निकाला। शवों को एंबुलेंस से झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल पहुंचाया। जहां पर रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए है।
हादसे में मरने वालों की हुई पहचान
उन्होंने बताया कि हादसे में मारे गए लोगों की पहचान बंटी बंजारा और अर्जुन बंजारा निवासी धनवासा के रूप में हुई है। ये दोनों मजदूरी करते थे। शनिवार रात भी ये ट्रैक्टर-ट्रॉली में पत्थर भरकर ला रहे थे। तभी अचानक हुए हादसे में दोनों की मौत हो गई। हादसे में बाद चालक मौके से फरार हो गया। फिलहाल, पुलिस चालक और ट्रैक्टर मालिक की तलाश में जुटी हुई है।
ग्रामीणों ने की खनन माफियाओं पर कार्रवाई की मांग
इधर, ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध खनन के चलते आए दिन हादसे होते रहते है। लेकिन, सरकार और प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। ग्रामीणों का कहना है कि मुकुंदरा पर्वत माला और बाघेर वन क्षेत्र में पत्थरों का खनन जोरों पर है। पाटन और बकानी क्षेत्र में चालक तेज रफ्तार ट्रैक्टर को लेकर निकलते है। जिसके चलते आए दिन हादसे होते रहते है। ट्रैक्टर चालक इतनी लापरवाही से वाहन चलाते है कि राहगीरों में भी अक्सर डर बना रहता है। पत्थरों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियों के चलते अब तक कई हादसे हो चुके है और कई लोगों की जान जा चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि अवैध खनन करने वाले लोग पुलिस के डर से रात में अंधेरे में तेज रफ्तार और लापरवाही पूर्वक ट्रैक्टर चलाते है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से इन पर कार्रवाई करने की मांग की है।
(सुनिल गौतम)