जयपुर। राजस्थान नर्सिंग काउंसिल व स्वास्थ्य विभाग की ओर से अंतरराष्ट्रीय नर्सेज दिवस पर शुक्रवार को राज्य स्तरीय सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी नर्सेज को शुभकामनाएं भेजी। जयपुर के बिड़ला सभागार में हुए इस सम्मान समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 48 नर्सेज को उनकी बेहतरीन सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर आए स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि नर्सेज ने कोरोना में बेहतर काम किया है। इसलिए इनका काम देवी-देवताओं से कम नहीं हैं। इनका काम कोई नहीं कर सकता हैं। वहीं मंत्री ने कहा कि नर्सेज कर्मचारियों ने चिकित्सा सेवाओं की योजनाओं को सफल बनाने का काम किया हैं।
हमारे पास डॉक्टर्स की शिकायतें आती हैं, लेकिन नर्सेज की शिकायत कभी नहीं आती। मंत्री परसादी ने कहा कि पहले केरला के लोग नर्सिंग सेवा में आते थे, अब राजस्थान में भी युवा नर्सिंग सेवाओं में आ रहे हैं।
प्राचीन इलाज पद्धति पर भी देना चाहिए ध्यान
समारोह में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने मंच से कहा कि आज एलौपैथी ने काफी तरक्की की है, लेकिन हमारी प्राचीन आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति भी किसी से कम नहीं हैं। इसलिए मंत्री ने चिकित्सकों व नर्सेज से कहा कि उन्हें प्राचीन परंपराओं और इलाज पद्धति पर ध्यान देना चाहिए, जिससे मरीजों को राहत मिल सकें। वहीं पेपर लीक मामले पर कहा कि इसके लिए सरकार ने अलग से कानून बनाया है और सजा का प्रावधान भी किया है।
नर्सेज को मिला सम्मान
विद्याधर नगर स्थित शेखावाटी हॉस्पिटल में डॉ.सर्वेश शर्मा व डॉ.एसपी यादव ने नर्सेज को सम्मानित किया तो मानसरोवर स्थित एक इंस्टिट्यूट के सेमिनार हॉल में प्राइवेट नर्सेज एसोसिएशन ने 111 सरकारी और प्राइवेट नर्सिंगकर्मियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद रामचरण बोहरा रहे।
(Also Read- सोशल मीडिया पर कौन ज्यादा एक्टिव, JDA, नगर निगम या हाउसिंग बोर्ड)