जयपुर। राजधानी जयपुर में एक परिवार के सामूहिक जहर खाकर आत्महत्या का मामला सामने आया है। कर्जे से परेशान होकर दंपती ने अपने दोनों बच्चों (बेटे-बेटी) को हलवे में जहर मिलाकर खा लिया। जहर खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ती देख परिवार के सदस्य कैब कर हॉस्पिटल पहुंचे। इलाज के दौरान पत्नी और बेटे की मौत हो गई। वहीं पति और बेटी का एसएमएस हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
प्रताप नगर थाना पुलिस ने एफएसएल टीम की मदद से सबूत जुटाए है। पुलिस को इस परिवार के घर से सुसाइड नोट बरामद हुआ है। पुलिस जहर और उसके खाने के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। यह घटना जयपुर के प्रतापनगर के सेक्टर-26 की है। राजधानी जयपुर में हुई इस घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया। सामूहिक जहर खाने का यह बड़ा मामला सामने आया है।
प्रतापनगर थानाधिकारी जहीर अब्बास ने बताया कि प्रताप नगर के सेक्टर-26 निवासी मनोज शर्मा (30), अपनी पत्नी साक्षी (28), बेटी निया (5 ) और बेटे अथर्व (5 माह) के साथ रहते हैं। मनोज शर्मा पहले ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी में जॉब करते थे। मनोज पिछले काफी समय से बेरोजगार चल रहे थे। रविवार सुबह मनोज ने खुद जहर खाने के साथ पूरे परिवार को खाने में मिलाकर जहर खिला दिया।
पति ने किराए पर कैब करके सभी को पहुंचाया हॉस्पिटल…
जहर खाने से परिवार की तबीयत खराब होने पर मनोज ने कैब बुक करवाई। सुबह करीब 9 बजे कैब से मनोज अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को लेकर महात्मा गांधी हॉस्पिटल पहुंचा। हॉस्पिटल प्रशासन ने परिवार के सामूहिक जहर खाकर पहुंचने की सूचना प्रताप नगर थाना पुलिस को दी।
मेडिकल स्टाफ की सूचना पर पुलिस महात्मा गांधी हॉस्पिटल पहुंची। इलाज के दौरान साक्षी और 5 महीने के बेटे अथर्व की मौत हो गई। हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टर्स ने मनोज और 5 साल की बेटी को एसएमएस हॉस्पिटल रेफर कर दिया। एसएमएस हॉस्पिटल में मनोज और जेके लोन हॉस्पिटल में 5 साल की बेटी निया का इलाज चल रहा है।
महिला के पति मनोज ने पुलिस को बयान भी दिए हैं। आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और पड़ताल की जा रही है। प्रताप नगर इलाके के सेक्टर 26 में रहने वाले एक ही परिवार के चार लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। इस दौरान मां साक्षी और 5 माह के बेटे अथर्व की मौत हो गई। वहीं, पिता मनोज का एसएमएस हॉस्पिटल और 5 साल की बेटी का बच्चों के स्पेशियलिटी वाले जेके लोन अस्पताल में इलाज चल रहा है।
डायरी में लिखा सुसाइड नोट…
पुलिस के मुताबिक, पुलिस को घर की तलाशी में एक डायरी मिली है। परिवार के सामूहिक सुसाइड करने से पहले सुसाइड नोट लिखकर डायरी में छोड़ा था। इसमें सुसाइड करने की कोशिश के बारे में बताया गया है। मनोज और उसकी पत्नी ने हलवे में जहर मिलाकर खुद और परिवार को खिलाया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है कि परिवार में इतना बड़ा कदम कैसे उठाया।
पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया जानकारी में सामने आया है कि परिवार ने आर्थिक तंगी और कर्ज के कारण जहर खाया है। परिवार के मुखिया मनोज ने लोन ले रखा है। जिसे बैंक की रिकवरी टीम की तरफ से परेशान करने की वजह से पूरे परिवार ने ही सामूहिक जहर खाया लिया, ताकि कर्जे और मानसिक दबाव से मुक्ति मिल सके। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच करती हुई नजर आ रही है।
पत्नी पर चोरी के आरोप के बाद रहने लगे अलग…
मनोज के साले शुभम ने बताया कि फरवरी-2017 में उसकी बहन साक्षी की शादी मनोज से हुई थी। उनके जीजा मनोज शर्मा का मानसरोवर के कृष्णा सरोवर में घर है। मनोज के पिता सेना से रिटायर्ड हो चुके है। शादी के कुछ समय बाद ही सास-ससुर, जेठ-जेठानी व दो ननद और उनके पति मनोज बहन साक्षी को परेशान करने लग गए थे। मनोज ने कई लोगों से कर्जा ले लिया। साल-2019 में साक्षी पर चोरी का आरोप लगा दिया था। उसके बाद पारिवारिक बातचीत के बाद मनोज अलग हो गए और इसके बाद ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी में काम करने लग गया था।
मनोज एक दिन पहले ले आया था जहर…
मनोज ने होश आने पर पुलिस को अपने बयान में बताया है कि वह शनिवार शाम को ही जहर के 7-8 पैकेट लेकर आ गया था। सुबह करीब 5 बजे उठते ही उसने आटे का हलवा बनवाया। आटे के हलवे में जहर के 5 पैकेट फाड़कर डाल दिए। उसके बाद पहले पत्नी-बच्चों को खिलाया, उसके बाद खुद ने कम मात्रा में खाया।