Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case : जयपुर। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर की गई हत्या ने पुलिस मुख्यालय व कमिश्नरेट के अधिकारियों की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर दिया है। गोगामेड़ी को डेढ़ साल से जान से मारने की विदेशी नंबरों व यूपी के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों से धमकी मिल रही थी। गोगामेड़ी ने पुलिस मुख्यालय से सुरक्षा मांगी और श्यामनगर पुलिस थाने में 15 मार्च 2022 को मुकदमा भी दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस मुख्यालय ने उन्हें क्रिमिनल मानकर सुरक्षा देने से इनकार कर दिया।
श्यामनगर थाना पुलिस ने 14 नवंबर 2022 को यह लिखकर मामले में बिना जांच के एफआर लगा दी कि आरोपियों का पता नहीं चला। ऐसे में अब इस हत्याकांड में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इससे पहले गोगामेड़ी ने हनुमानगढ़ के भादरा थाने में भी धमकी मिलने की शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने नजरअंदाज कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस के आला अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
जिम्मेदार अधिकारियों ने मामले में चुप्पी साध ली और एक-दूसरे पर टालने में लगे हैं। सुरक्षा नहीं मिलने से गोगामेड़ी ने दो निजी सुरक्षाकर्मी रखे थे। गौरतलब है कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की लग्जरी कार में आए तीन शूटरों ने मंगलवार को घर में घुसने के बाद ताबड़तोड़ फायरिंग करके हत्या कर दी। वारदात के दौरान बदमाशों के साथ आए उनके साथी की भी गोली लगने से मौत हो गई। गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग का गुर्गा है। इस पर पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। गोदारा 2022 में फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया था।
सुरक्षा नहीं देने के लिए ये अफसर जिम्मेदार!
जान से मारने की धमकी मिलने के बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने सुरक्षा मांगी थी। सुरक्षा देने की जिम्मेदारी तब इंटेलीजेंस के तत्कालीन डीजी उमेश मिश्रा, तत्कालीन एडीजी सुरक्षा एस सेंगाथिर और पूर्व डीजीपी एमएल लाठर की थी, लेकिन इन अफसरों ने गोगामेड़ी को क्रिमिनल माना और सुरक्षा देने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि गोगामेड़ी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट व योन शोषण समेत एक दर्जन मुकदमे अलग-अलग पुलिस थानों में दर्ज हैं।
‘दुश्मन घर की चौखट पर अपनी अर्थी तैयार रखें’
इधर, घटना के बाद गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम से बने फेसबुक पेज पर हत्या की जिम्मेदारी ली गई है। पोस्ट में लिखा- ‘राम राम, सभी भाइयों को मैं रोहित गोदारा कपूरीसर, गोल्डी बरार। भाइयों आज यह जो सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या हुई है। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी हम लेते हैं। यह हत्या हमने करवाई है। भाइयों मैं अपको बताना चाहता हूं कि ये हमारे दुश्मनों से मिलकर उनका सहयोग करता था। उनको मजबूत करने का काम करता था। रही बात दुश्मनों की तो वह अपने घर की चौखट पर अपनी अर्थी तैयार रखें। जल्दी उनसे भी मुलाकात होगी।’
राज्यपाल ने डीजीपी को किया तलब
गैंगवार की घटना के बाद राज्यपाल कलराज मिश्र ने डीजीपी उमेश मिश्रा को तलब किया और घटना की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। राज्यपाल के आदेशों के बाद मिश्रा ने सभी पुलिस अधिकारियों को अलर्ट कर दिया और आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। हत्याकांड की सूचना पर स्थानीय विधायक गोपाल शर्मा व कई राजनेता मौके पर पहुंच गए और पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
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