बांसवाड़ा। राजस्थान के बांसवाड़ा में महात्मा गांधी चिकित्सालय (एमजी हॉस्पिटल) के गार्ड की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के मामले में श्री गोविंद गुरु राजकीय महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष और उसके भाई ने सरेंडर कर दिया है। दोनों के 5 साथी भी हत्याकांड में शामिल थे, जिनकी तलाश की जा रही है।
गिरफ्तार दोनों आरोपियों के पिता और मृतक परिवार आपस में भाई हैं। पिछले काफी समय से दोनों परिवार के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। आए दिन विवाद से तंग आकर आरोपियों ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गार्ड की हत्या कर दी।
थानाधिकारी दिलीपसिंह चारण ने बताया कि गत 9 दिसंबर को भीलवन गांव निवासी लक्ष्मण (60) पुत्र कालू मकवाना का शव बडगांव स्कूल पीछे मिला था। उसकी बाइक व हेलमेट शव से करीब सौ मीटर दूर पड़े थे। मौके पर एकत्र ग्रामीणों ने उसकी शिनाख्त की। जानकारी पर पहुंचे परिजनों ने पूछताछ में बताया कि लक्ष्मण रोज की तरह महात्मा गांधी चिकित्सालय में निजी गार्ड की ड्यूटी पर गया, लेकिन घर नहीं लौटा।
उसका शव 9 दिसंबर को बडगांव मुख्य मार्ग पर विद्यालय के पास पड़ा मिला। उसके शरीर पर चोटों के निशान थे, वहीं हाथ में भी फ्रेक्चर प्रतीत हआ। इससे परिजनों ने हत्या की आशंका भी जताई थी। पुलिस ने हत्या का खुलासा करने के लिए घटनास्थल पर लगे आसपास के 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
मृतक के बेटे रमेश ने गोविन्द गुरु राजकीय महाविघालय के अध्यक्ष देवेन्द्र मकवाना (23) और उसके भाई चिंटू मकवाना (34) पर हत्या का शक भी जताया था। वहीं वारदात के बाद छात्रसंग अध्यक्ष देवेन्द्र मकवाना और चिंटू मकवाना फरार हो गए थे। दोनों ने अपना मोबाइल बंद कर दिया था। आखिरकार, घटना के 8 दिन रविवार को दोनों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
नहर के पानी को लेकर था विवाद…
थानाधिकारी दिलीपसिंह चारण ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में दोनों ने गार्ड लक्ष्मण की हत्या करना कबूल कर लिया। आरोपी के पिता गटु और मृतक लक्ष्मण परिवार में भाई हैं। दोनों परिवार के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। घटना से पहले 5 दिसंबर को मृतक लक्ष्मण ने आरोपी के पिता गटु के साथ खेत में नहर का पानी को लेकर झगड़ा किया था। रोज-रोज के विवाद से परेशान आकर आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर लक्ष्मण की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
गार्ड को गाड़ी में डालकर की मारपीट…
साईआई दिलीप सिंह ने बताया कि देवेंद्र ने अपने भाई चिन्टू और दोस्तों के साथ मिलकर हत्या का प्लान बनाया था। गार्ड के हॉस्पिटल से बाहर निकलने के बाद हत्यारों ने उसका पीछा किया। बड़गांव स्कूल से आगे मैन रोड पर गार्ड को रोका और देवेन्द्र की बोलेरो गाड़ी में डालकर ले गए। गाड़ी में गार्ड से मारपीट की। सागतलाई से पिपलवा की तरफ ले जाकर लाठियों से मारपीट कर हत्या कर दी। बडगांव स्कूल के पीछे शव फेंककर चले गए।
हत्या में ये भी शामिल…
हत्या की वारदात में दोनों भाइयों के दोस्त विरेन्द्र पुत्र दिलीप निनामा निवासी पीपलोद थाना कोतवाली, राकेश पुत्र संजू मईडा निवासी पिपलवा थाना कोतवाली, मदन, राजा और अन्य भी शामिल है। सभी की तलाश की जा रही है।