अजमेर। दो करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने वाली निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को मंगलवार को एसओजी ने एनडीपीएस केसेज के विशिष्ट न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें 18 अप्रैल तक के लिए जेल भेज दिया गया है। एसओजी के एएसपी कमल सिंह ने बताया कि रिमांड अवधि पूरी होने पर जयपुर से दिव्या मित्तल को लेकर न्यायालय पहुंचे। जहां न्यायाधीश से जेसी की मांग की गई। न्यायाधीश कौशल सिंह ने दिव्या मित्तल को 15 दिन के लिए जेल भेजने के आदेश दिए हैं। आगामी 18 अप्रैल को पुनः न्यायालय में पेश किया जाएगा।
एनडीपीएस केसेज के विशिष्ट लोक अभियोजक राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि साल 2021 में रामगंज और अलवर गेट थाने में दर्ज नशीली दवाओं के मामले की जांच के दौरान निलंबित एएसपी दिव्या मित्तल ने जांच अधिकारी रहते आरोपी सुनील नंदवानी को रामगंज थाने के मुकदमा नंबर 195 में गिरफ्तार कर रिमांड लिया और बाद में जेल भेज दिया। लेकिन, जब आरोपी सुनील नंदवानी की जमानत लगी तो इसका विरोध नहीं किया और उसे एडीजी के आदेश के बाद भी दो अन्य मामलों में गिरफ्तार नहीं किया। ऐसे में यह कृत्य पूरी तरह से गैरकानूनी और आरोपी को लाभ पहुंचाने का है।
इसी मामले में दिव्या मित्तल के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 59 व आईपीसी की धारा 217 व 221 के तहत कार्रवाई कर न्यायालय में पेश किया गया और अनुसंधान अधिकारी एएसपी कमल सिंह ने न्यायिक अभिरक्षा की मांग की। जिस पर न्यायाधीश कौशल सिंह ने जेल भेजने के आदेश दिए। राठौड़ ने बताया कि दिव्या मित्तल की ओर से एडवोकेट भगवान सिंह चौहान ने न्यायालय में जमानत याचिका लगाई है। जिस पर न्यायाधीश ने बुधवार को सुनवाई के लिए तारीख दी है। कल जमानत याचिका पर दोनों पक्षों की बहस होगी, इसके बाद न्यायाधीश आगामी आदेश सुनाएंगे।
यह है मामला…
गौरतलब है कि निलंबित एएसपी दिव्या मित्तल के खिलाफ दवा कम्पनी के मालिक ने दो करोड़ रूपए की रिश्वत मांगने की रिपोर्ट दी थी। एसीबी ने ट्रैप की योजना भी बनाई थी लेकिन मित्तल को भनक लगने से कार्रवाई सफल नहीं हो पाई। बाद में कोर्ट से वारंट लेकर दिव्या मित्तल की सम्पत्तियों को खंगाला गया साथ ही उसे गिरफ्तार भी किया और बाद में जेल भेज दिया। चार्चशीट पेश होने के बाद हाईकोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए। जैसे ही दिव्या मित्तल जेल से निकली तो उसे एसओजी की टीम ने दबोच लिया। दो करोड़ रूपए की रिश्वत राशि मांगने के मामले में मित्तल का दलाल बर्खास्त सिपाही सुमित अब तक फरार है। एसीबी उसकी तलाश में जुटी हुई है।
(इनपुट-नवीन वैष्णव)