Divya Mittal : जयपुर। घूस लेने के मामले में फंस चुकी निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। एसीबी ने एक करोड़ रुपए की घूस लेने के आरोप में दिव्या पर एक और एफआईआर दर्ज कर ली है। इससे पहले एसीबी ने दिव्या मित्तल को एक दवा कंपनी के संचालक से 2 करोड़ रुपए की घूस मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
एसीबी को अनुसंधान के दौरान मित्तल के खिलाफ एक अन्य प्रकरण में एक करोड़ रुपए की घूस लेने के महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले थे। एसीबी ने सबूतों की एफएसएल जांच कराई तो एक करोड़ की घूस लेने के प्रमाण सामने आए। इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर एसीबी ने दिव्या मित्तल व घूस देने वाले दवा फर्म संचालक संजय नंदवानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। अब एसीबी दिव्या मित्तल को बुलाकर पूछताछ करेगी।
ऐसे बनाया भ्रष्टाचार का दूसरा मुकदमा
दरअसल, एसओजी ने सुनील नंदवानी नाम के दवा फर्म संचालक को नशीली दवाओं की सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सुनील के खिलाफ पहले तीन एफआईआर दर्जहै। उनकी जांच दिव्या मित्तल के पास थी। सुनील को एक मामले में दिव्या मित्तल गिरफ्तार कर लिया था और दो मामलों में उसे राहत देते हुए गिरफ्तार नहीं करने के लिए सुनील के भाई संजय से पुष्कर की एक होटल में मित्तल ने एक करोड़ रुपए की घूस ली थी।
इसके बाद में मित्तल ने सुनील के दो अन्य मुकदमों में गिरफ्तारी के आदेश निरस्त कराए थे। एसीबी के परिवादी विकास अग्रवाल ने एक रिकॉर्डिंग एसीबी को दी थी। विकास ने सुनील के भाई संजय से वाट्सएप पर कॉल किया था और उससे उसके भाई के प्रकरणों के बारे में चर्चा की थी।
तब संजय ने बताया था कि पुष्कर की एक होटल में मित्तल को एक करोड़ रुपए दिए थे। इसके बाद गिरफ्तारी नहीं हुई। इस रिकॉर्डिंग की एसीबी ने एफएसएल जांच कराई है। ऐसे में एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर अब एसीबी ने भ्रष्टाचार का एक और मुकदमा एफआईआर दर्ज कर ली हैं।
दो बार गिरफ्तार
एसीबी ने दिव्या मित्तल को जनवरी माह में घूस मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जून माह में मित्तल को जमानत मिल गई थी। इसके बाद अगस्त माह एसओजी ने मित्तल को एनडीपीएस के दर्ज मामलों में गड़बड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अब एसीबी ने मित्तल को एक अन्य मामला दर्ज करके फिर से गिरफ्तार करने की तैयारी कर ली है।
व्हाट्स एप कॉल की रिकॉर्डिंग ने खोले राज
एसीबी ने इस मामले में व्हाट्स एप कॉल की रिकॉर्डिंग करवाई थी। इन रिकॉर्डिंग को एफएसएल जांच के लिए भेजा गया, जहां इसमें कोई कांट छांट नहीं मिली। इसके बाद एफएसएल से मिले प्रमाण के बाद यह पुख्ता हो गया कि पुष्कर की एक होटल में दिव्या ने 1 करोड़ घूस की राशि ली थी। एसीबी ने सभी गैजेट्स फोन, मेमोरी कार्ड, व्हाट्सएप चैट को एफएसएल भेजा तो दिव्या का सारा राज जांच में खुल गया।
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