जयपुर। सर्वांगीण विकास, तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए कोचिंग संस्थानों के संचालक स्टूडेंट्स को बेहतर सुविधाएं एवं सकारात्मक माहौल मुहैया करवाएं एवं राज्य सरकार द्वारा निर्धारित 20 बिन्दुओं की गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करें। जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने यह बात जिला स्तरीय कोचिंग संस्थान निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स एवं उनके अभिभावकों की समस्याओं के लिए ई-कंप्लेंट पोर्टल विकसित कर शिकायतों का निस्तारण किया जाए। साथ ही, प्रत्येक कोचिंग में मनोवैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त किया जाए। उन्होंने कहा कि कोचिंग स्टूडेंट्स के लिए सुविधा केन्द्र की स्थापना की जाए एवं दूसरे करियर विकल्प की भी जानकारी दी जाए। कलेक्टर ने कहा कि कोचिंग संस्थान ईजी एग्जिट पॉलिसी बनाएं और छात्रों और उनके अभिभावकों को फीस रिफंड के संबंध में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान ही पूर्ण जानकारी मुहैया कराएं।
वहीं, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (दक्षिण) मोहम्मद अबूबकर ने कहा कि 15 अप्रैल से कोचिंग संस्थानों का औचक निरीक्षण किया जाएगा। बैठक में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष यादव, जयपुर के कोचिंग संचालक, पुलिस, नगर निगम, चिकित्सा, शिक्षा, महिला अधिकारिता अधिकारी, अभिभावकों सहित गैर सरकारी संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।