जयपुर/दौसा। पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं को देर रात धरने से उठाने के बाद राजस्थान में सियासत तेज हो गई है। वहीं, बीजेपी से राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीना को हिरासत में लेने के बाद समर्थक सड़क पर उतर गए है। किरोड़ी समर्थकों ने शुक्रवार दोपहर बाद दौसा जिले में दो जगह हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया। समर्थकों ने दौसा जिले के महवा में मीन भगवान मंदिर के सामने नेशनल हाईवे-21 पर जाम लगा दिया। जिसके चलते हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। ऐसे में वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। समर्थक किरोड़ी मीणा को रिहा करने की मांग कर रहे है। इधर, लालसोट-दौसा हाईवे पर भी समर्थकों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया। वहीं, गंगापुर में भी किरोड़ी समर्थकों ने सड़क पर जाम लगाकर विरोध-प्रदर्शन किया।
समर्थकों ने एसएमएस अस्पताल में किया हंगामा
इधर, जैसे ही किरोड़ी को जयपुर में सवाई मानसिंह अस्पताल लाया गया तो सैकड़ों समर्थक भी पहुंच गए। समर्थकों ने अस्पताल के अंदर जाने की मांग पर बाहर हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि, पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद किरोड़ी समर्थकों पर काबू पाया। किरोड़ी मीणा को उपचार के लिए एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस हिरासत के बाद किरोड़ी की तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें गोविंदगढ़ सीएचसी ले जाया गया। जहां से डॉक्टरों ने जयपुर रेफर कर दिया। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में एंबुलेंस से किरोड़ी को सवाई मानसिंह अस्पताल लाया गया।
पुलिस हिरासत में बिगड़ी किरोड़ी की तबीयत
बता दें कि किरोड़ी मीणा दोपहर 12 बजे वीरांगना मंजू जाट से मिलने के लिए उनके घर जा रहे थे। तभी पुलिस ने पुलिस ने सामोद थाने के पास में किरोड़ी लाल मीणा को रोक लिया। इस दौरान पुलिस और किरोड़ी लाल मीणा के बीच तीखी नोकझोंक हुई। करीब दो घंटे तक पुलिस ने किरोड़ी को सड़क पर ही रोके रखा। पुलिस हिरासत में अचानक किरोड़ी मीणा की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद किरोड़ी को गोविंदगढ़ सीएसची ले जा गया। जहां से सवाई मानसिंह अस्पताल रेफर कर दिया।
किरोड़ी ने पुलिस पर लगाया मारपीट का आरोप
किरोड़ी मीणा ने पुलिस पर मारपीट करने और कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया है। इस घटनाक्रम पर किरोड़ी मीणा ने ट्वीट किया कि पुलिस ने मुझे मारने की कोशिश की। लेकिन वीरांगनाओं, युवा, बेरोजगारों और गरीबों के आशीर्वाद से बच गया। मुझे चोट आई है। गोविंदगढ़ अस्पताल से मुझे जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल रेफर किया गया है। किरोड़ी मीणा ने कहा कि पुलिस का एक सांसद के साथ में यह कैसा व्यवहार है। हिरासत में लेने के लिए मेरे साथ धक्का-मुक्की व हाथापाई की गई। मेरे कपड़े फाड़ दिए गए। सरकार कान खोलकर सुन ले- इस तानाशाही के बाद मैं झुकने और रुकने वाला नहीं हूं। शहीदों की वीरांगनाओं को हर हाल में न्याय दिलवा कर रहूंगा।