कोटा। देश में इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर राजस्थान के कोटा शहर इन दिनों स्टूडेंट सुसाइड के लिए बदनाम हो रहा है। कोटा में एक और कोचिंग छात्र ने आत्महत्या कर ली। कोटा में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे एक और छात्र ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है। मृतक छात्र का नाम तनवीर है और वह उत्तरप्रदेश का निवासी है।
मृतक छात्र तनवीर खुद सेल्फ स्टडी कर नीट की तैयारी कर रहा था। छात्र के पिता मोहम्मद हुसैन खुद कोटा में रहकर 11वीं और 12वीं कक्षा के स्टूडेंट को पढ़ाते हैं। छात्र तनवीर ने बीती रात अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कोटा की कुन्हाड़ी इलाके में छात्र के साथ उसके पिता और उसकी बहन भी रह रहे थे। बीते 1 साल से कोटा में रहकर छात्र नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने अवकाश के दिन भी ली बैठक…
इधर, कोटा में आत्महत्या के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्य सचिव उषा शर्मा ने बैठक ली। सीएस उषा शर्मा ने ईद के अवकाश के दिन भी जयपुर में बैठक ली। बैठक में प्रमुख सचिव भवानी सिंह देथा ने जो रिपोर्ट तैयार की। बैठक में उसका प्रजेंटेशन दिया गया। बैठक में कंपटीशन वाले बच्चों में तनाव के कारण, उसके निवारण के संभावित उपाय, कोचिंग संस्थानों द्वारा सहित तमाम कदम उठाए। वहीं विभिन्न पहलुओं को लेकर रिपोर्ट बनाई गई।
कोचिंग संस्थानों में क्या हो स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर। कैसे योग और अन्य पढ़ाई के अलावा तिविधि कराकर तनाव कम किया जाए। कैसे अभिभावकों की भागीदारी बढ़ाई जाए। कैसे बच्चों पर दबाव कम किया जाए। इन तमाम पहलुओं को लेकर रिपोर्ट बनाई गई। जल्द ही इस रिपोर्ट के अनुसार बनी SOP को लागू किया जाएगा।
कोटा में इस साल 27 स्टूडेंट कर चुके सुसाइड…
बता दें कि कोटा में इस साल जनवरी से अब तक 27 स्टूडेंट सुसाइड कर चुके है। करीब 10 दिन पहले यूपी के मऊ जिले की रहने वाली छात्रा प्रियम सिंह (17) ने अपनी जान दे दी। प्रियम सिंह करीब डेढ़ साल से यहां रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। प्रियम सिंह ने कोचिंग में सल्फास खा लिया था। दोपहर में करीब 2 बजे कोचिंग से बाहर निकलते समय उसे उल्टियां होना शुरू हुई। छात्रा की तबियत ज्यादा खराब होने पर अन्य छात्रों ने कोचिंग स्टाफ को सूचना दी। कोचिंग स्टाफ ने छात्रा को तुरंत तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां इलाज के दौरान करीब 6.30 बजे उसकी मौत हो गई।
अगस्त-सितंबर में गई 9 स्टूडेंट की जान…
कोटा में जनवरी से लेकर अब तक कोटा में 27 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके है। सितंबर में 3 स्टूडेंट मौत को गले लगा चुके हैं। वहीं अगस्त के महीने की बात करें तो यहां 6 स्टूडेंट की जान गई है। बड़ी बात यह है कि इन 27 में से 8 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें कोचिंग में दाखिला लिए छह महीने भी पूरे नहीं हुए थे। कोटा में औसतन हर महीने तीन छात्र खुदकुशी करते हैं। बता दें कि साल 2022 में 15 छात्रों ने आत्महत्या की थी। कोटा में साल 2015 से 2019 के बीच कुल 80 स्टूडेंट्स ने सुसाइड किया था।