बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले में रेप के बाद दलित महिला को जिंदा जलाने के बाद शुक्रवार देर रात पीड़िता की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला की मौत के बाद से आक्रोशित लोगों ने महात्मा गांधी अस्पताल परिसर में इकट्ठा हो गए। मृतका के परिजनों ने आश्रित को सरकारी नौकरी व एक करोड़ मुआवजा देने के साथ दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ व आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया है। हालांकि, पुलिस ने पति की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मृतका के शव को अस्पताल में छोड़कर परिजन बालोतरा चले गए हैं। वहां पहुंचकर आगे की रणनीति तय करेंगे।
एसीएसटी सेल के एसीपी पुष्पेंद्र ओझा ने मामले को लेकर बताया कि मृतका के शव को अस्पताल में छोड़कर परिवार के सभी लोग बालोतरा अपने गांव चले गए है। परिवार के 2-4 लोग ही अस्पताल में हैं। परिजनों से समझाइश की जा रही है।
वहीं मृतका की मौत के बाद नेताओं के बयानों से मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है। इस घटना पर भाजपा ने अशोक गहलोत सरकार को घेरा है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने इस घटना को लेकर कहा कि प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था की वजह से ऐसे लोग खुलेआम इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। मंत्री के सामने पीड़िता के परिजनों ने पचपदरा के एएसपी मदनलाल पर आरोप लगाया कि उन्होंने घटना के बाद उन पर लगातार दबाव बनाया। उनके जमीनों के कागजात थाने ले गए और उन्हें भी थाने में बैठा दिया। जब समाज के लोग एकत्र हुए तो मामला दर्ज हुआ।
रेप के बाद महिला को जिंदा जलाया
बता दें कि बाड़मेर जिले के पचपदरा थाना क्षेत्र की एक ढाणी में गुरुवार दोपहर को विवाहिता को अकेली पाकर शकूर खान ने दुष्कर्म किया। पीड़िता जब चीखने-चिल्लाने लगी तो आरोपी ने उस पर एसिड अटैक करते हुए आग लगा दी थी। इससे पीड़िता बुरी तरह से झुलस गई थी। आग से पीड़िता चेहरे से लेकर कमर तक करीब 50 फीसदी तक जल गई थी। उसे उपचार के लिए बालोतरा के एक निजी अस्पताल लाया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन, शुक्रवार देर रात इलाज के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद अब गहलोत सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
महिलाओं के साथ अपराध में राजस्थान पहले पायदान पर : राठौड़
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट किया कि बाड़मेर के बालोतरा में महिला से दुष्कर्म के बाद उसे जलाने की घटना गहलोत के जंगलराज को दर्शाता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जो राजस्थान के गृह विभाग के मुखिया भी है, वो राज्य की लचर कानून व्यवस्था के लिए पूर्णतया जिम्मेदार है। एनसीआरबी हो या राजस्थान पुलिस के मासिक प्रतिवेदन के आंकड़े, दोनों में ही राजस्थान महिलाओं के साथ अपराध में पहले पायदान पर है। मैं ईश्वर से पीड़ित महिला के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं और प्रशासन से दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने की मांग करता हूं।
जिंदा जलाने की घटना अत्यंत शर्मनाक : बेनीवाल
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट किया कि बाड़मेर के पचपदरा थाना क्षेत्र में एससी वर्ग की महिला के साथ दुष्कर्म करके उसे ज्वलनशील पदार्थ से जलाने की घटना अत्यंत शर्मनाक है, इस तरह के कृत्य यह इंगित कर रहे है की अपराधियों में कानून का कोई भय नही है। आरोपी के विरुद्ध सरकार को कठोरतम कानूनी कार्यवाही करने की जरूरत है।
(इनपुट- गिरीश दाधीच)