बूंदी। राजस्थान में एक बार फिर आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिला। बूंदी में 3 आवारा कुत्तों ने 13 साल के लड़के को नोंच-नोंच कर मार डाला। लड़का कुत्तों से बचने के लिए इधर-उधर दौड़ा और चिल्लाया, लेकिन आवारा कुत्ते उस पर टूट पड़े। कुत्तों ने लड़के को बुरी तरह नोंचा डाला। कुत्तों ने उसके शरीर को कई जगह से घायल कर दिया। कुछ देर बाद वहां से गुजर रहे लोगों ने उसको छुड़ाया और अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह घटना बूंदी जिले के सदर थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार, तीखा बरड़ा गांव निवासी भोजराज गुर्जर (42) रविवार सुबह अपने खेत पर काम करने गया था। भोजराज का बेटा मांगीलाल गुर्जर (13) पिता के पास काम करने के लिए खेत पर जा रहा था। इस दौरान रास्ते में 3 आवारा कुत्तों ने मांगीलाल पर हमला कर दिया।
खुद को बचाने के लिए चिल्लाता रहा लड़का
खुद को कुत्तों से घिरा देखकर मांगीलाल मदद के लिए चिल्लाया, लेकिन किसी ने भी उसकी आवाज नहीं सुनी। वह कुत्तों से बचने के लिए इधर-उधर भागता रहा, लेकिन आवारा कुत्तों उसके नोंचने के लिए पीछे पड़ गए। 3 आवारा कुत्तों का झुंड ने नोंच नोंचकर मांगीलाल के शरीर पर जगह-जगह जख्म कर दिए। कुत्तों के हमले से मांगीलाल के शरीर से खून बहने लगा था। काफी देर बाद एक व्यक्ति वहां पहुंचा। उसने कुत्तों को वहां से भगाकर मांगीलाल को छुड़ाया। परिजन लड़के को इलाज के लिए बूंदी जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
घटना की सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और शव को मोर्चरी में रखवाया। इसके बाद परिजनों की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया। भोजराज गुर्जर के तीन बच्चे थे। इनमें 2 लड़के और एक लड़की है। कुत्तों ने एक बेटे को नोंच-नोंचकर मार डाला। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं ग्रामीणों में आवारा कुत्तों को लेकर डर का माहौल है।
सिरोही में भी आया था ऐसा ही मामला…
बता दें कि पांच महीने पहले 27 फरवरी को सिरोही में ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां के सरकारी अस्पताल में अपनी मां के पास सो रहे 1 माह के बच्चे को कुत्ते उठाकर ले गए थे। कुत्ते मासूम का पेट और एक हाथ नोंचकर खा गए, जिससे उसकी मौत हो गई। कुत्ते बच्चे का एक हाथ उसकी मां के सामने ही नोंचकर ले गए और उसके 5 टुकड़े कर दिए।
सिरोही के पिंडवाड़ा में रहने वाले महेंद्र मीणा (40) को सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित थे। महेंद्र का टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उसकी पत्नी अपने 3 बच्चों के साथ उसके बेड के पास नीचे फर्श पर सो रही थी। इसी दौरान रात करीब 1:30 बजे वार्ड में घूम रहे आवारा कुत्ते उसके एक महीने के बेटे विकास को उठाकर ले गए। महिला दौड़कर वहां गई तब तक कुत्तों ने उसे नोंच-नोंचकर मार डाला था।