जयपुर। राजस्थान में बदलते मौसम का मिजाज अब जानलेवा हो गया है। प्रदेश में शनिवार को एक बार फिर तेज बारिश और अंधड़ ने एक मासूम सहित चार लोगों की जान ले ली। शनिवार देर आए आंधी-तूफान ने अजमेर के मसूदा में एक ही परिवार के तीन लोगों की जान ले ली। मरने वालों में मां और दो बेटे हैं। हादसा आंधी के कारण घर की दीवार ढहने से हुआ। इस घटना में महिला का पोता और बहू भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। हादसे के बाद इलाके में मातम पसर गया। तूफान के कारण इलाके में और भी काफी नुकसान भी हुआ है।
जानकारी के अनुसार, अजमेर के बिजयनगर थाना इलाके के लोडियाना ग्राम पंचायत के खुटिया गांव में शनिवार को जबरदस्त तूफान आया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उस समय खुटिया गांव निवासी सुरेश गुर्जर और ज्ञानचंद गुर्जर अपनी मां नानी देवी के पास अपने मकान के बरामदे में सो रहे थे। पास में परिवार के अन्य लोग भी सो रहे थे। इसी दौरान आए तूफान के कारण बरामदे की दीवार ढह गई। इससे सुरेश, ज्ञानचंद और उनकी मां नानी देवी समेत पांच लोग उसके मलबे में दब गए।
परिजनों और ग्रामीणों में मचा हड़कंप…
शनिवार को आए तेज तूफान से इलाके में हड़कंप मच गया। वहीं तूफान से घर की दीवार गिरने से परिजनों और ग्रामीणों ने आनन-फानन में सभी को मलबे के नीचे से निकाला। बाद में पांचों घायलों को बिजयनगर अस्पताल ले जाया गया। जहां सुरेश, ज्ञानचंद और नानी देवी को मृत घोषित कर दिया। हादसे में घायल हुई नानी देवी की बहू और पोती को प्राथमिक उपचार देकर हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। वहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना पर बाद में बिजयनगर पुलिस ने खुटिया गांव में पहुंचकर मौका मुआयना किया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए बिजयनगर के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है।
आकाशीय बिजली गिरने से पुत्र की मौत, पिता घायल…
वहीं शनिवार को जैसलमेर के फलसूण्ड इलाके के मानासर गांव में पिता-पुत्र पर बिजली गिर गई। मानासर निवासी खरताराम शनिवार रात करीब 10 बजे अपने 2 साल के बेटे को लेकर बैठा था। इसी दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिरी और दोनों झुलस गए। आनन-फानन में दोनों को हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान 2 साल के मासूम सवाईराम की मौत हो गई, वहीं पिता घायल हो गया।
राजस्थान में बिगड़ा मौसम का मिजाज…
बता दें कि प्रदेश में बीते करीब एक सप्ताह से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। इसके कारण यहां लगातार आंधी-तूफान और बारिश का दौर चल रहा है। आंधी तूफान के कारण प्रदेशभर में जानमाल का खासा नुकसान हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में शनिवार देर शाम मौसम बदलने के बाद तेज आंधी के साथ ओलों की बारिश हुई। राजधानी जयपुर में भी शनिवार रात को जबर्दस्त तूफान आया। इससे कई इलाकों में बिजली गुल हो गई।
वहीं, बीकानेर में करीब 20 मिनट तक गिरे ओलों से सफेद चादर बिछ गई। चित्तौड़गढ़, सवाई माधोपुर, राजसमंद एरिया में 2 से लेकर 3 इंच तक बरसात रिकॉर्ड हुई है। पाली, सिरोही, जालौर, राजसमंद सहित कई इलाकों में कल देर शाम आंधी आई उसके बाद बारिश हुई। वहीं जालोर में 40 एमएम और राजसमंद के कुंभलगढ़ में 41 एमएम बरसात दर्ज की गई। वहीं चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, बारां में भी कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
दक्षिण राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और जालोर एरिया में कल शाम को 82 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज अंधड़ भी चला। मौसम केन्द्र जयपुर के ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम पर दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक जालौर, चित्तौड़गढ़ के अलावा बारां, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर जिलों में भी करीब 60 किमी प्रति घंटे की स्पीड से तेज आंधी चली।
बीकानेर में काफी देर तक ओले गिरे…
बीकानेर में शनिवार रात को कई जगहों पर बारिश के साथ ओले गिरे। खाजूवाला, बज्जू और कोलायत के कई गांवों में शनिवार देर रात तक बारिश होती रही। बारिश से खाजूवाला में गलियों में पानी भर गया। कोलायत व बज्जू के बारिश हुई। बज्जू क्षेत्र में शनिवार देर रात को हुई ओलावृष्टि हुई। प्रदेश के कई जिलों में तूफानी बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई।