जयपुर। राजधानी जयपुर में दो महीने पहले हुए एक व्यक्ति के सुसाइड मामले में नया मोड़ सामने आया है। सुसाइड करने वाले व्यक्ति की उसी के सौतेले बेटे ने हत्या की थी। दरअसल, आरोपी ने फिल्मी स्टाइल में सोची समझी साजिश के तहत रस्सी से गला घोंटकर पिता की हत्या की थी। इसके बाद सुसाइड दिखाने के लिए उसने पिता के शव को कमरे में फंदे से लटका दिया था। आरोपी बेटे ने पुलिस के सामने रोने का नाटक भी किया था। हालांकि एफएसएल जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया। मालवीय नगर थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
मालवीय नगर थानाधिकारी पूनम चौधरी ने बताया कि मृतक राजू शर्मा (50) पुत्र भीकम शर्मा कुण्डा बस्ती, झालाना, मालवीय नगर का रहने वाला था। राजू शर्मा ऑटो चलाता था। 26 सितंबर की शाम को राजू शर्मा का शव कमरे में फंदे से लटका मिला था। सौतेले बेटे ऋषभ की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और एफएसएल टीम की मदद से सबूत जुटाए। इसके बाद जयपुरिया हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मृतक के बेटे ऋषभ की शिकायत पर जांच शुरू की।
बेटे ने पुलिस को दिए बयानों में रची कहानी…
थानाधिकारी पूनम चौधरी ने बताया कि घटना के बाद बाक्सावाला जेडीए कॉलोनी, सांगानेर सदर के रहने वाले मृतक के बेटे ऋषभ शर्मा (30) के बयान दर्ज किए गए। ऋषभ ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि 25 सितंबर की रात को पिता राजू ने घर पर आकर गाड़ी, मोबाइल और घर की चाबी उसे दे दी। ऋषभ ने जब खाने के लिए पूछा तो पिता राजू ने मना कर दिया था। कहा- मैं रोड पर सो जाऊंगा, तू अपने बीबी-बच्चे संभाल, मेरी परवाह मत करना। इसके बाद ऋषभ के बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब होने पर वह पत्नी के साथ जेके लॉन हॉस्पिटल गया था।
सेक्टर-35 की रोड पर रास्ते में पिता राजू मिला था। ऋषभ ने पिता राजू से हॉस्पिटल चलने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद 26 सितंबर की शाम करीब 7 बजे पिता राजू ने कॉल कर कहा कि मैं फंदा लगाने जा रहा हूं। ऋषभ के खूब मना करने के बाद भी पिता राजू ने उनकी बात नहीं सुनी। सांगानेर सदर थाने में जाकर बताया तो पुलिसकर्मियों ने कहा कि यह आपका पारिवारिक मामला है, बैठकर सुलझाओ। कुछ देर बाद पड़ौसी ने फोन कर बताया कि घर के बाहर भीड़ लग रही है। घर पहुंचा तो देखा कि पिता राजू ने कमरे को अंदर से बंद कर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा…
थानाधिकारी पूनम ने बताया कि जयपुरिया हॉस्पिटल के मेडिकल ज्यूरिस्ट से मृतक राजू शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ली गई। मेडिकल ज्यूरिस्ट राजेश भार्गव ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राजू शर्मा की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की गई है। राजू को मारने के बाद सुसाइड दिखाने के लिए गले में रस्सी डालकर लटकाया गया है। राजू की गर्दन पर दबाव के निशान मिले हैं। गर्दन और पीछे की ओर मिले दबाव के निशान आपस में क्रॉस करते हुए प्रतीत हो रहे थे। दाएं कान पर भी चोट के निशान थे और मुंह-नाक से खून निकला प्रतीत हो रहा था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मर्डर का खुलासा होने के बाद मालवीय नगर थाने के एएसआई गिरिराज प्रसाद ने मंगलवार को हत्या का मामला दर्ज किया था। जब पुलिस ने बेटे से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पिता का मर्डर करना कबूल कर लिया।
पूछताछ में आरोपी बेटे ने किया खुलासा…
पुलिस पूछताछ में आरोपी बेटे ने पिता की हत्या करने की वारदात करना कबूल किया। आरोपी बेटे ने बताया कि उसने रस्सी से गला घोंटकर पिता राजू की हत्या कर दी थी। मारने के बाद सुसाइड दिखाने के लिए उसी रस्सी को पिता के गले में डाल दिया और फिर कमरे की एंगल से लटका दिया। प्लानिंग के तहत किसी को शक नहीं हो, इसलिए कमरे की कुंदी अंदर से बंद कर दी और पिता के मोबाइल से खुद के मोबाइल पर कॉल किया। जो पहले से ही आरोपी बेटा अपने घर पर छोड़कर आया था। इसके बाद कमरे की छत पर रखी पत्थर की पाटियों को हटाकर गेप बनाया और छत के रास्ते बाहर निकलकर पाटियों को दोबारा सही तरीके से रखकर चला गया। पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए खुद के घर पर छोड़े मोबाइल को लेकर पत्नी के साथ सांगानेर सदर थाने पहुंचा और पिता के कॉल कर सुसाइड करने की कहानी पुलिसकर्मियों को बताई।
दो साल पहले छोटे भाई ने भी किया था सुसाइड…
थानाधिाकरी पूनम चौधरी ने बताया कि घटनास्थल के मुआयने के दौरान उन्हें कुछ शक हुआ तो उन्होंने आस-पास के लोगों से पूछताछ की। इसमें सामने आया कि ऋषभ उर्फ सोनू शर्मा राजू का सौतेला बेटा है। साल 2021 में उसके छोटे भाई ने भी इसी तरह खुदकुशी की थी, जबकि साल 2022 में उसकी मां की भी संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। इस पर पुलिस का शक गहरा गया। तकनीकी अनुसंधान, एफएसएल जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी ऋषभ को गिरफ्तार कर लिया।
मां की कमाई पर ऐश करता था पिता…
जांच में सामने आया कि छोटी उम्र में ही ऋषभ के पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद उसकी मां दोनों बेटों को लेकर राजस्थान आ गई थी। यहां मालवीय नगर में अपने 7 साल के बेटे ऋषभ के साथ चाय की दुकान चलाती थी। बच्चों के लालन-पालन के लिए उसकी मां ने मृतक राजू से शादी कर ली। चाय की दुकान से कमाए जाने वाले पैसे पर पिता राजू ऐश करता था। रोजाना शराब और सूखे नशे में चूर रहा था। कोई काम-काज भी नहीं करता था। मां ने अपनी कमाई से झालाना में खुद का घर बनाया और पति को कमाई के लिए ऑटो रिक्शा दिलाया था।
गृह क्लेश से था परेशान, इसलिए की हत्या…
मां की मौत के बाद पिता राजू ने ऋषभ और उसकी पत्नी-बच्चों को घर से बाहर निकाल दिया और खुद अकेला रहकर ऑटो रिक्शा चलाने लगा। घर से निकालने के बाद भी पिता राजू और उसके बीच अक्सर झगड़ा होता था। गृह क्लेश से परेशान होकर उसने प्लानिंग कर पिता की हत्या कर दी।