पाली। राजस्थान के पाली में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां कलयुगी बेटे ने अपने पिता की हत्या कर दी। हत्यारा बेटा कुल्हाड़ी से पिता की गर्दन पर तब तक वार करता रहा, जब तक वह कटकर लटक नहीं गई। पिता की नृशंस हत्या करने के बाद आरोपी अपने परिवार के अन्य लोगों को भी मारने के लिए दौड़ा, लेकिन उन्होंने गांव में भागकर अपनी जान बचाई। आरोपी उनके पीछे-पीछे गांव में गया और चिल्लाते हुए कहता रहा-गांव वालों मैंने अपने पिता की हत्या कर दी है, पुलिस को बुलाओ। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मृतक का पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। यह घटना पाली के करेला गांव की है।
पुलिस के अनुसार, पाली जिले के गिरादड़ा गांव निवासी ताराराम बावरी (32) ने शराब के नशे में पिता चूराराम (65) पुत्र भीमाराम बावरी की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि पिता चूनाराम ने बेटे ताराराम को शराब छोड़ने के लिए कहा था। इसी बात से गुस्सा होकर आरोपी बेटे ने कुल्हाड़ी से पिता पर हमला कर दिया। आरोपी बेटे ने पिता की गर्दन और सीने पर लगातार छह-सात वार करने के बाद गर्दन कटकर लटक गई। इसके बाद आरोपी मां, छोटे भाई की पत्नी और उसके बच्चों की तरफ भी कुल्हाड़ी लेकर दौड़ा, लेकिन उससे बचने के लिए वे गांव की ओर भाग गए। इसलिए वह बचने के लिए अपनी सास और बच्चों को लेकर गांव में चली गई।
…तो हमें भी मार देता बेटा
परिजनों ने बताया कि आरोपी ताराराम बावरी शराब पीने के आदी है। दिन रात वह शराब के नशे में रहता है और कोई काम भी नहीं करता। इससे परेशान होकर उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया और अपने पीहर चली गई। वारदात से पहले आरोपी ताराराम शराब के नशे में धुत था, उसके आने पर चूरारान ने उससे फटकारा और शराब छोड़ने की बात कही। पिता चूराराम ने कहा कि रोज-रोज शराब पीता है, कब तक मैं तुझे पालता रहूंगा। अब अगर, नहीं सुधरा तो तुझे घर से निकाल दूंगा।
इससे वह नाराज हो गया और बोला कि भाई-भाभी ने आपको भड़काया है। इसलिए इतना बोल रहे हो। पिता ने उसे कमरे में जाकर सोने को कहा, लेकिन कुल्हाड़ी लेकर वह उनकी और दौड़ा। जब तक पिता कुछ समझते उसने अचानक कुल्हाड़ी उठाकर पिता पर हमला कर दिया। छह-सात वार में चूराराम की गर्दन कट कर लटक गई।
मृतक की पत्नी घावों पर लगाती रही राख
पति के शव से खून बहते देख उनकी पत्नी ने चूल्हे की राख घावों पर लगाई। जिससे की खून बहना बंद हो और उनको बचाया जा सके। आरोपी का भाई बाहर काम करता है। जो कुछ दिन पहले ही अपने परिवार के साथ गांव आया था। घटना के समय आरोपी का भाई पाली गया हुआ था। परिजनों ने कहा कि ऐसे कलयुगी बेटे को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।