Paper Leak Case : जयपुर। वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड और एक लाख रुपए के इनामी आरोपी शेरसिंह मीणा को लेकर शुक्रवार देर रात एसओजी की टीम जयपुर पहुंची। सारण को पेपर बेचने वाले शिक्षक अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को एसओजी मुख्यालय में रखा गया है। जहां पर अब शेरसिंह और पेपर खरीदने वाले भूपेंद्र सारण को आमने-सामने बिठाकर भी पूछताछ करेगी। साथ ही शेरसिंह की गर्लफ्रेंड अनिता मीणा को भी आमने-सामने बिठाकर पूछताछ होगी। फिलहाल, भूपेंद्र सारण अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है और शेरसिंह की गर्लफ्रेंड उदयपुर में पुलिस रिमांड पर है। उदयपुर कोर्ट ने आरोपी शेरसिंह को 10 दिन के रिमांड पर भेजा है। ऐसे में अब अलग-अगल चरणों में पूछताछ शुरू होगी। एसओजी की टीम यह पता लगाने की कोशिश करेगी की आखिर शेरसिंह को पेपर कहां से मिला था।
पहले सामने आया था कि पेपर लीक का मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और भूपेन्द्र सारण है। लेकिन, भूपेंद्र सारण ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुलासा किया था कि उसने शेरसिंह मीणा से 1 करोड़ रुपए में पेपर खरीदा था। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर पेपर लीक का असली मास्टमाइंड कौन है? इससे पहले ओडिशा से गिरफ्तार आरोपी को लेकर एसओजी टीम अगले दिन शुक्रवार को उदयपुर लेकर पहुंची थी। एसओजी की टीम ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने मीणा को 17 अप्रैल तक रिमांड पर रखने का आदेश दिया। कोर्ट में छुट्टी होने के कारण एडीजे-1 के निवास पर शेरसिंह को पेश किया गया। 10 दिन की रिमांड मिलने के बाद एसओजी की टीम शेरसिंह को उदयपुर से जयपुर लेकर आई।
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गर्लफ्रेंड ने खोली शेरसिंह की पोल
पुलिस को शेरसिंह मीणा के ठिकाने के बारे में उसकी प्रेमिका से सुराग मिला था, क्योंकि वह उसके साथ लगातार संपर्क में था। इसके बाद एसओजी आईजी सत्येंद्र सिंह के निर्देशन में एसपी विकास सांगवान, सीआई मोहन पोसवाल, हेड कॉन्स्टेबल जितेंद्र शर्मा, सचिन तिवाड़ी, रामलाल, कॉन्स्टेबल महावीर, हनुमान की टीम ओडिशा पहुंची। एसओजी ने कालाहांडी से 40 किमी दूर भवानीपटनम के एक गांव से आरोपी को गिरफ्तार किया। लेकिन, पुलिस टीम उलझन में थी, क्योंकि शेरसिंह गंदे कपड़े पहने और लंबी दाढ़ी रखे हुए था। वह एक सरकारी स्कूल के निर्माणाधीन भवन में काम कर रहा था। गुरुवार को उसकी पहचान के बाद उसे गिरफ्तार किया।
सुरेश ढाका का अभी तक कोई सुराग नहीं
बता दें कि पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण ने जयपुर के चौमूं निवासी शेर सिंह मीणा से पेपर खरीदना बताया था। इसके बाद यह पेपर सुरेश ढाका को बेचा गया और ढाका ने अपने साले सुरेश बिश्नोई के सहयोग से अभ्यर्थियों को 5-5 लाख रुपए में बेचा था। यह पता चलने के बाद एसओजी ने जांच तेज कर दी थी। आरोपी सुरेश ढाका और अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा पर राज्य सरकार ने 1-1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। अब अनिल तो गिरफ्तार हो चुका है, लेकिन सुरेश ढाका का अभी तक कोई सुराग नहीं है।