Gangster Rohit Godara : सीकर। जिला पुलिस ने एक ऐसी गैंग पकड़ी है जो युवाओं और नाबालिगों को महंगे शौक और हाईफाई जिंदगी का सपना दिखाकर अपराध की राह पर धकेलती है। इसके लिए अपराधी किराये पर महंगी कारें लाकर युवाओं को घुमाने फिराने के साथ ही मौज-मस्ती कराते हैं। इसके बाद युवाओं को गैंग में शामिल कर उन्हें हथियार चलाने की ट्रेनिंग तक दी जाती है। पुलिस ने रोहित गोदारा के नाम से 5 लाख की फिरौती मांगने के मामले में बुधवार को गैंग के शातिरों को धर-दबोचा। इसके बाद पुलिस ने मामले में कई खुलासे किए।
पुलिस ने बताया कि गैंग के मास्टरमाइंड किराए पर महंगी गाड़ियां लेकर नाबालिगों और युवकों को अपने जाल में फंसाते हैं और बाद में हथियार चलाने की ट्रेनिग देकर अपराध की राह पर धकेल देते थे। पुलिस ने बताया कि सीकर के रहने वाले अक्षत भास्कर ने 13 अक्टूबर को उधोग नगर पुलिस थाना में दी रिपोर्ट में बताया था कि वह टिफिन सेंटर और गाड़ियां किराए पर देने का काम करता है। उसके पास एक थार गाड़ी है, जिसे भी वह किराए पर देता है।
गत 10 अक्टूबर की सुबह करीब सवा 10 बजे अक्षत के पास एक बाइक पर चार लड़के आए जिन्होंने अक्षत को कहा कि उन्हें थार गाड़ी 2 दिन के लिए रेंट पर चाहिए। ऐसे में जब अक्षत ने उनसे ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड मांगे तो उन चारों लड़कों में से सुनील ने अपना ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड अक्षत को दे दिया। सुनील के साथ आए चंद्रपाल ने कहा कि गाड़ी रेंट पर वह ले रहा है।
सुनील तो हमारे साथ ड्राइवर बनकर जा रहा है। जब अक्षत ने अपने जानकारों से चंद्रपाल के बारे में पता किया तो सामने आया कि वह सीकर के ही झीगर छोटी गांव का रहने वाला है। अक्षत ने गाड़ी का किराया 6250 रुपए प्रतिदिन और 3 हजार रुपए सिक्योरिटी के बताए। सुनील, चंद्रपाल के साथ अमित और शिवपाल भी मौजूद थे। उन्होंने अक्षत को 15500 रुपए दे दिए।
गाड़ी वापस मांगी तो मिली धमकी
चारों लड़के थार गाड़ी किराये पर ले गए। अक्षत ने अपनी गाड़ी में जीपीएस भी लगवाया था, लेकिन 11 अक्टूबर के बाद से वह बंद आ रहा है। 12 अक्टूबर को जब गाड़ी लेने के लिए अक्षत ने चंद्रपाल को फोन किया तो उसने अक्षत को धोद रोड पर बुलाया, लेकिन वहां गाड़ी नहीं आई। चंद्रपाल ने इंस्टाग्राम पर अक्षत की करतार सिहं नाम के युवक से बात करवाई। उसने अक्षत को कहा कि अब कोई गाड़ी नहीं मिलेगी, गाड़ी को भूल जा। हम रोहित गोदारा के आदमी हैं। तूने गाड़ियां किराए पर देकर बहुत पैसे कमाए हैं अब 5 लाख रुपए हमें दे नही तो तुझे जान से मार देंगे।
बदमाशों को सिम देने वाले भी पकड़े
पुलिस ने गैंग के सदस्यों को फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड लेकर उपलब्ध कराने वाले 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। सीकर के रहने वाले 2 आरोपी जुबेर बहलीम (23) व यश स्वामी (23) गैंग के सदस्यों को सिम कार्ड उपलब्ध कराते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी जुबेर सीकर बीएसएनल ऑफिस में संविदा कर्मी के रूप में काम करता है। ऑफिस में जब कोई ग्राहक नई सिम लेने के लिए आता तो जुबेर उनके डॉक्यूमेंट लेकर रख लेता और उनसे बाद में और सिम कार्ड ले लेता। ये सिम कार्ड जुबेर गैंगस्टरों को महंगे दामों पर बेच देता था। गैंगस्टर तक सिम पहुंचाने में यश स्वामी भी जुबेर की मदद करता था।
स्पेशल टीम ने आरोपियों को दबोचा
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया। इसके बाद बुधवार को पुलिस ने गैंग के 5 सदस्यों सहित 2 नाबालिगों को गिरफ्तार कर निरुद्ध किया। पकड़े गए आरोपियों ने वारदात को अंजाम देना कबूल किया है। पुलिस आरोपियों से थार गाड़ी बरामद करने के लिए पूछताछ कर रही है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान करतार सिंह (18) निवासी रतनगढ़ चूरू, योगेश (24) निवासी महेंद्रगढ़ हरियाणा, राकेश (26) झुंझुनूं, सुनील कु मार (20) व प्रकाश (20) धोद सीकर के रुप में हुई है।
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