जयपुर। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों और प्रायद्वीपीय क्षेत्र को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अप्रैल से जून तक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। इस दौरान मध्य, पूर्वी और उत्तर पश्चिमी भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्मी रहने का अनुमान है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में प्रचंड गर्मी (हीटवेव) पड़ने की आशंका है।’
121 साल में 2022 रहा सर्वाधिक गर्म
आईएमडी के अनुसार, साल 2022 अब तक का सबसे गर्म और 121 वर्षों में तीसरा सबसे सूखा वर्ष था। वर्ष 1901 के बाद से पिछले साल ही देश का तीसरा सबसे गर्म अप्रैल, ग्यारहवां सबसे गर्म अगस्त और आठवां सबसे गर्मसितंबर भी देखा गया। मौसम ब्यूरो ने कहा कि भारत में अप्रैल में सामान्य बारिश की संभावना है। 1971 से 2020 तक एकत्रित आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में देश में औसतन 39.2 मिलीमीटर बारिश हुई।
कब की जाती है लू यानी ग्रीष्म लहर की घोषणा
हीटवेव की घोषणा तब की जाती है जब किसी केंद्र का अधिकतम तापमान मैदानों में कम से कम 40, तटीय इलाकों में कम से कम 37 और पर्वतीय क्षेत्रों में कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है और सामान्य तापमान से विचलन कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो।
राज्य में 3 अप्रैल से नया विक्षोभ
प्रदेश में जहां बारिश के चलते तापमान में कई जगह गिरावट हुई है। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद भी राजधानी जयपुर समेत कई इलाकों में शनिवार को हल्की बारिश हुई। हालांकि एक-दो स्थानों को छोड़कर प्रदेशभर में मौसम सामान्य रहा। दूसरी तरफ मौसम विभाग ने सोमवार को फिर से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की बात कही है, जिसके चलते जोधपुर, बीकानेर संभाग और शेखावटी क्षेत्र में मेघगर्जन के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश व अचानक तेज हवाएं चलने की संभावना है। मौसम कें द्र, जयपुर ने सोमवार को एक्टिव हो रहे नए पश्चिमी विक्षोभ से किसानों की पछेती फसल को नुकसान से बचाने के लिए एडवाइजरी जारी कर कटी फसल को सुरक्षित जगह पहुंचाने के लिए कहा है।
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