जयपुर। आज विधानसभा में विधायक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने श्रीगंगानगर के किसानों के लिए पानी की समुचित व्यवस्था की मांग उठाई, साथ ही उन्होंने पंजाब पर राजस्थान के हिस्से के पानी पर डाका डालने का आरोप लगाते हुए सरकार से कार्रवाई की मांग उठाई।
गंगनहर की नहरबंदी की मियाद कम हो
सतीश पूनिया ने कहा कि श्रीगंगानगर के लोगों को पानी के लिए बहुत परेशानी होती है। श्रीगंगानगर को अन्न का कटोरा कहा जाता है लेकिन इसके सिंचित क्षेत्र के किसानों को पानी के लिए बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इंदिरा गांधी नहर परियोजना और गंग नहर किसानों के लिए लाइफलाइन का काम करती हैं जो नहर बंदी 28 मार्च से शुरू होगी, वह 65 दिन की होती है लेकिन वैकल्पिक तौर पर अगर सर इन फीडर से किसानों को पानी मिलता है, तो उनकी फसलों का रक्षण किया जा सकता है।
मार्च के आखिर में किसानों को होती है पानी की जरूरत
पूनिया ने कहा कि जो गंग नहर की बंदी होती है उसको 31 मार्च तक चलाया जाए, 1 अप्रैल से नहर बंदी को प्रारंभ करें ताकि किसानों को पानी मिले। इसमें खासतौर पर गंग नहर को अप्रैल 1 अप्रैल से 20 अप्रैल तक नहर बंदी का किया जाए। क्योंकि इससे किन्नू और गेहूं की फसलों को पानी मिल सकेगा, क्योंकि पानी मार्च के आखिर तक ही उपयोगी होता है।
गंगनहर से पानी लेकर पंजाब अपने गांवों में पहुंचा रहा
सतीश पूनिया ने कहा कि मैंने पंजाब के मुख्यमंत्री को बयान देते हुए सुना है कि उन्होंने कहा कि गंग नहर से 27 क्यूसेक पानी लेकर पंजाब के गांवों तक पहुंचाएंगे और अगर किसी भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड ने फैसला किया है तो मुझे लगता है कि फिरोजपुर फीडर से यह पानी राजस्थान के किसानों को मिलना चाहिए। यह राजस्थान की सरकार से आग्रह है कि नहर बंदी की मियाद कम हो और जो पंजाब हमारे हिस्से के पानी में डाका डालने की कोशिश कर रहा है उसको रोका जाए। नहर बंदी को प्रारंभ करें अभी इसकी मियाद को खत्म किया जाए।
तो मैं राजस्थान सरकार से निवेदन करना चाहता हूं कि जो पंजाब राजस्थान की जनता के हिस्से के पानी पर डाका डालने की कोशिश कर रहे हैं उस पर लगाम लगाई जाए।