अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में सरिस्का टाइगर रिजर्व अभ्यारण को आबाद करने वाली सबसे उम्रदराज बाघिन ST-2 की मौत हो गई। उसकी पूंछ में हुए संक्रमण का इलाज चल रहा था। मंगलवार को बाघिन एक ही जगह बैठी रही। कोई मूवमेंट नहीं होने के बाद शाम 5 बजे उसकी मौत की पुष्टि की गई।
बाघिन एसटी-2 की मौत की सूचना मिलने के बाद बुधवार सुबह राजस्थान सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा वन अधिकारियों के साथ सरिस्का पहुंचे। उन्होंने बाघिन की मौत के संबंध में जानकारी ली। जिस एनक्लोजर में इस बाघिन की मौत हुई है वहां वन अधिकारियों के साथ वन मंत्री पहुंचे। उसके बाद बाघिन एसटी-2 को सरिस्का के ऑफिस लाया गया जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम किया। इस मौके पर सरिस्का के क्षेत्रीय निदेशक आरएन मीणा डीएफओ डीपी जागावत सहित अन्य वन अधिकारी मौजूद थे।
सरिस्का के क्षेत्रीय निदेशक आरएन मीणा ने बताया कि बाघिन एसटी-2 संभवत: देश में यह सबसे उम्र दराज बाघिन थी। करीब 13 माह से यह बाघिन एक्लोजर में थी जो अपनी बीमारी को लेकर संघर्ष कर रही थी। इसके पूंछ के साथ-साथ पैर में भी परेशानी थी। नियमित रूप से पशु चिकित्सकों की देखरेख में इसका उपचार किया जा रहा था। लेकिन, उसके पूंछ का घाव सही नहीं हो पा रहा था। वनकर्मी द्वारा लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही थी।
इसके खाने-पीने की व्यवस्था भी इसी एंक्लोजर में की जा रही थी। यह बाघिन पहले काफी घूम रही थी, लेकिन इसका धीरे-धीरे मोमेंट कम होने लगा। मंगलवार को दोपहर 3:00 बजे जब इसका मोमेंट नहीं होता देखा गया तो इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी। उसके बाद एंक्लोजर में जाकर देखा तो इसकी मौत हो चुकी थी।
बता दें कि साल 2004 में सरिस्का बाघ विहीन हो गया था। इसके बाद 4 जुलाई 2008 को एसटी-2 बाघिन को रणथम्भौर से अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट में लाया गया था। साल 2008 में यह पहली बाघिन थी, जिसे रणथम्भौर से अलवर के सरिस्का लाया गया। इसके बाद ही सरिस्का में दोबारा से बाघों की दहाड़ गूंजी।
बाघिन एसटी-2 ने चार टाइगर को जन्मा
बता दें कि सरिस्का की बाघिन एसटी-2 ने चार टाइगर को जन्मा है, जिनमें तीन बाघिन और एक बाघ है। बाघिन एसटी-2 ने बाघिन एसटी- 7, बाघिन एसटी- 8, बाघ एसटी- 13, बाघिन एसटी- 14 को जन्म दिया था। वहीं टाइगर एसटी-13 सबसे ताकतवार टाइगर है। जिसने कई शावक पैदा किए हैं।
सरिस्का में अब 14 बाघिन…
सरिस्का में अब एक और टाइगर कम हो गया। अब कुल 30 टाइगर रह गए हैं। अब तक 15 बाघिन, 11 बाघ व 5 शावक थे। अब 14 बाघिन रह गई हैं।