Rajasthan Staff Selection Board: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अब प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल और नकल रोकने के लिए आधार कार्ड की मदद लेगा। बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने बताया कि पिछले दो माह में कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 21 अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, क्योंकि इन अभ्यर्थियों ने किसी दूसरे के स्थान पर या डमी अभ्यर्थी बनकर भर्ती परीक्षा में शामिल होने का प्रयास किया था।
बोर्ड को मिली थी सूचना
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर में कुछ गोपनीय सूचनाएँ प्राप्त हुई है कि शारीरिक शिक्षक भर्ती परीक्षा-2022, अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा लेवल-1 एवं 2 में कुछ अभ्यर्थियों द्वारा अपने स्थान पर डमी अभ्यर्थी की फोटो लगाकर परीक्षा दिलवाई एवं स्वंय परीक्षा में चयनित हो गये है अथवा चयनित होने का प्रयास किया।
एफआई कराई गई दर्ज
ऐसे 06 नये मामले और सामने आये जिनमें अभ्यर्थियों ने ग्राम विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा-2021, पटवार भर्ती परीक्षा-2021, समान पात्रता परीक्षा (स्नातक स्तर)-2022 एवं कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा-2020, अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा लेवल 1 एवं 2 आदि परीक्षाओं में पहले भरे गये फॉर्म से फोटो का मिलान करने पर पाया गया कि अपने स्थान पर कुछ भर्तियों ने डमी अभ्यर्थियों के फोटो को अपलोड कराया एवं उनसे परीक्षा दिलायी गई। इस प्रकार डमी अभ्यर्थियों के बूते पर चयनित भी हो गये। संदेह के आधार पर 06 अभ्यर्थियों के विरूद्ध पुलिस थाना सांगानेर जयपुर में दिनांक 01.12.2023 को अपराध पंजीबद्ध करवाया गया।
PTI भर्ती में भी सामने आया मामला
इसके पहले 10 अक्टूबर 2023 को RSSB ने 15 अभ्यर्थियों के खिलाफ PTI भर्ती परीक्षा 2022 के संबंध में डमी अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा देने की शिकायत पर अपराध पंजीबद्व करवाया जा चुका है, जिसकी जाँच पुलिस द्वारा की जा रही है।
आलोक राज ने चेताया
मेजर जनरल आलोक राज, अध्यक्ष राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड सभी अभ्यर्थियों एवं अभिभावकों को आगाह करना चाहते है कि वे परीक्षा स्वंय ही दे और डमी का सहारा न लें, नही तो आपको और आपके साथ उन सभी को जो इसमें शामिल पाये जायेंगे के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की जावेगी तथा नये कानून के अनुसार इसकी आपको भारी कीमत चुकानी पड सकती है।
माफियाओं पर कसी जाएगी नकेल
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड शिकायतों की जाँच जारी रखेगा एवं फर्जी प्रकरणों की सक्षम स्तर पर जाँच करवाकर कठोर कानूनी कार्यवाही अमल में लायेगा ताकि सिर्फ काबिल अभ्यर्थियों का ही चयन हो सकें ताकि ऐसी अपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाकर नकल माफियाओं पर नकेल कसी जा सके।