कोटपूतली। राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले में दो बदमाशों ने दुष्कर्म पीड़िता पर हमला कर दिया। बदमाशों ने दुष्कर्म पीड़िता पर पहले चाकू से हमला किया। इसके बाद बदमाशों ने उसे गोली मार दी। आरोपी तक तक चाकू से वार करते रहे जब तक पीड़िता अधमरी हालत में नहीं हो गई। पीड़िता के मरा समझकर वहां से भाग गए। वहीं इस घटना को लेकर सामने आया है कि जान को खतरा होने के बाद भी पीड़िता की सुरक्षा में लगे जवानों को हटा दिया गया था। यह घटना शनिवार शाम करीब 7:30 बजे प्रागपुरा कस्बे की है।
जानकारी के अनुसार, रेप पीड़िता अपने भाई के साथ स्कूटी पर बैठकर पावटा से प्रागपुरा जा रही थी। इसी दौरान रेप के आरोपी ने अपने दोस्त संग मिलकर पीड़िता पर चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद उसे गोली मार दी। पीड़िता को घायल अवस्थान में पावटा के सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया।
पुलिस ने एक आरोपी को किया डिटेन
प्रागपुरा थाना प्रभारी राजेश मीणा ने बताया कि पीड़िता के भाई ने मुख्य हमलावर का नाम राजेंद्र यादव बताया है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी महेश उर्फ महिपाल गुर्जर को डिटेन भी कर लिया है। राजेंद्र और उसके एक अन्य साथी पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए टीम गठित कर तलाशी शुरू कर दी है।
दुष्कर्म के आरोपियों ने किया हमला
परिजनों के अनुसार, पीड़िता और उसका भाई एक ही फाइनेंस कंपनी में काम करते है। जून 2023 में प्रागपुरा की रहने वाली इस लड़की से रेप हुआ था। पीड़िता ने अपने साथ हुई हैवानियत को लेकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। कुछ दिनों बाद पीड़िता ने फिर प्रशासन को शिकायत करते हुए बताया कि आरोपी उससे मारपीट, अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। इस पर प्रशासन ने पीड़िता की सुरक्षा में दो गार्ड लगा दिए गए, जिन्हें दो दिन बाद ही हटा दिया गया। परिजनों का कहना है कि दुष्कर्म के आरोपियों ने ही हमला किया है।
यह पूरी वारदात प्रागपुरा पुलिस थाने से महज 20 मीटर की दूरी हुई। आरोपी राजेंद्र और उसके साथी ने दोनों भाई-बहन पर हमला कर दिया। आरोपियों ने रेप पीड़िता के गर्दन और कान पर चाकू से हमला किया। इसके बाद रेप पीड़िता के सीने पर गोली मार उसे गंभीर घायल कर दिया। आरोपियों को लगा कि रेप पीड़िता मर गई है तो उसे वहीं छोड़कर फरार हो गए।
गुस्साए ग्रामीणों ने थाने का किया घेराव
घटना के बाद कस्बे वासियो में रोष व्याप्त है। स्थानीय ग्रामीण पुलिस थाने पहुंचे और प्रागपुरा थाने का घेराव किया। गुस्साएं ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो शायद यह घटना घटित नहीं होती। उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए पुलिस की कार्य शैली पर सवाल खड़े किए। ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर डीएसपी रोहित सांखला मौके पर पहुंचे और लोगों से समझाइश कर आरोपियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।