Ramgarh Vishdhari Tiger Reserve : जयपुर। अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व के बाद अब बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व से खुशखबरी आई है। बाघिन RVT-2 ने तीन शावकों को जन्म दिया है। इसके साथ ही रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में शावकों की किलकारियों से गूंज उठा है। बाघिन RVT-2 अपने तीन शावकों के साथ जंगल में विचरण करती कैमरे में कैद हुई है। ये वीडियो वैसे तो 13 जुलाई का बताया जा रहा है। लेकिन, वन विभाग ने इस बारे में रविवार को जानकारी दी है। इस खुशखबरी के साथ ही रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा बढ़ गया है।
बाघिन द्वारा तीन शावकों को जन्म देने के बाद वन विभाग भी सर्तक हो गया है और इस इलाके में आवाजाही पर रोक लगा दी है। ताकि तीनों शावकों को विचरण करने में किसी तरह की परेशानी ना हो। डीएफओ संजीव शर्मा अपनी टीम के साथ लगातार बाघिन और शावकों की मॉनिटरिंग कर रहे है।
बता दें कि पिछले साल 16 जुलाई को बाघिन RVT-2 को सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर टाइगर रिजर्व से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व लाया गया था। खास बात ये है कि शिफ्टिंग के एक साल बाद ही शावकों को जन्म देने का राजस्थान में यह पहला उदाहरण है। रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में पहले एक बाघ-बाघिन थे। लेकिन, तीन शावकों के जन्म के बाद यहां टाइगर की संख्या 5 हो गई है।
पर्यटन को मिलेगा बूस्ट अप
प्रदेश की गहलोत सरकार पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण बाघों के संरक्षण को लेकर प्रतिबद्ध है। राजस्थान स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड के सदस्य धीरेंद्र के गोधा का कहना है कि प्रदेश में बढ़ते बाघों की संख्या से वन्यजीव प्रेमी काफी खुश हैं। इससे राज्य के पर्यटन को भी बूस्ट अप मिलेगा।
7 दिन पहले सरिस्का से भी आई थी खुशखबरी
गौरतलब है कि सात दिन पहले अलवर जिले के सरिस्का टाइगर रिजर्व से भी खुशखबरी मिली थी। अलवर बफर के वन क्षेत्र में बाघिन एसटी-19 ने दो शावकों को जन्म दिया था। इसके साथ ही अलवर में टाइगर की संख्या 30 हो गई थी। साथ ही प्रदेश में बाघों की संख्या 106 होने के साथ ही राजस्थान टॉप 10 राज्यों में शामिल हो गया था।
राजस्थान के चारों टाइगर रिजर्व की स्थिति
जिला | रिजर्व | टाइगर की संख्या |
सवाई माधोपुर | रणथंभौर टाइगर रिजर्व | 73 से अधिक |
अलवर | सरिस्का टाइगर रिजर्व | 30 |
बूंदी | रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व | 5 |
कोटा | मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व | 1 |
देश में सबसे ज्यादा बाघ एमपी में
राजस्थान अब ऐसे राज्यों में शामिल हो गया है, जहां 100 या इससे ज्यादा बाघ हैं। इनमें मध्य प्रदेश सबसे आगे है, जहां पर करीब 600 बाघ हैं। कर्नाटक में करीब 550, उत्तराखंड में 450 से अधिक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में करीब 300-300, असम, यूपी और केरल में करीब 200-200, राजस्थान में 109 और वेस्ट बंगाल में 100 से अधिक बाघों की संख्या है।
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