जयपुर। प्रदेशभर में शनिवार को राजीव गांधी ग्रामीण व शहरी ओलंपिक खेलों का आगाज हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एसएमएस स्टेडियम में खेलों का उद्घाटन किया। पैर में चोट लगने के बाद यह पहला मौका था जब सीएम ने सार्वजनिक कार्यक्रम में शिरकत की। ओलंपिक खेलों की मुख्यमंत्री गहलोत ने फ्लैग ऑफ और मशाल जलाकर शुरुआत की और खिलाड़ियों को खेल भावना,ईमानदारी से खेलने की शपथ भी दिलाई। वहीं सीएम गहलोत ने उद्घाटन मैच के लिए टॉस भी किया। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले की ग्राम पंचायत और शहरी वार्डों में एक साथ हजारों खिलाड़ियों का मैदान में प्रतिभा दिखाना गौरवशााली पल है।
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हम सभी ने मिलकर देश के सामने एक खेल इतिहास रचा है। खेल प्रोत्साहन की दिशा में राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलम्पिक खेल-2023 का आयोजन नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। यह खेल अब हर वर्ष आयोजित कराए जाएंगे। वहीं कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर सरकार के मंत्री भी मौदान में उतरे और कबड्डी में दाव-पेंच लगाते नजर आए।
खाचरियावास पर भारी पड़ी महेश जोशी की टीम
ओलम्पिक के उदघाटन के बाद राजनीति के कई दिग्गज कबड्डी खेलने के लिए मैदान में उतरे। कबड्डी मैच के लिए दो टीमें बनाई गई जिसमे ‘ए’ टीम के कप्तान खेल मंत्री अशोक चांदना और
‘बी टीम’ के कप्तान मंत्री महेश जोशी को बनाया गया। ‘ए’ टीम में चांदना के साथ प्रताप सिंह खाचरियावास थे, तो वहीं बी टीम में जोशी के साथ लालचंद कटारिया, गोविंद राम मेघवाल और खेल परिषद अध्यक्ष कृ ष्णा पूनियां शामिल थी। उदघाटन मैच में मंत्री महेश जोशी की टीम ‘बी’ ने जीत दर्ज की। मैदान में शहर के दो दिग्गजों का अलग-अलग टीम से खेलना भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना रहा।
खिलाड़ियों का किया सम्मान
गहलोत ने बॉक्सिग खिलाड़ी खुशी पूनियां, कुश्ती खिलाड़ी अश्विनी विश्नोई, कबड्डी खिलाड़ी जय भगवान, एथलीट नीरज बालोदा, शूटिंगबॉल खिलाड़ी मुस्कान काठेड और शिरीन खान को खेल उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्टेडियम में नवीनीकरण के बाद तैयार 8 लेन के अंतरराष्ट्रीय स्वीमिंग पूल का लोकार्पण किया। इस दौरान कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, मंत्री डॉ. महेश जोशी, खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री गोविंद राम मेघवाल, विधायक रफीक खान, महेन्द्र गहलोत, युवा बोर्ड अध्यक्ष सीताराम लाम्बा, सतबीर चौधरी, मुख्य सचिव उषा शर्मा, शासन सचिव खेल विभाग नरेश ठकराल सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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गांव-ढाणी में बनेगा खेलों का सकारात्मक माहौल
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रतिभाओं को मंच और सम्मान देना सरकार की जिम्मेदारी है। इसमें कोई कमी नहीं रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़े स्तर पर खेल का माहौल तैयार करने के लिए गत वर्ष राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल का आयोजन किया गया था। इसमें हर वर्ग और उम्र के लगभग 30 लाख खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। वहीं इस बार यह संख्या 58.51 लाख पहुंचना एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि इन खेलों से शहरों से लेकर हर गांव-ढाणी में खेलों का सकारात्मक माहौल बनेगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी, नौकरियों में आरक्षण, पुरस्कार विजेता राशि में कई गुना बढ़ोतरी, खेल मैदानों का विकास सहित हरसंभव प्रयास किए गए हैं।