जयपुर। गजेंद्र सिंह शेखावत के सीएम अशोक गहलोत को रावण कहने के बयान पर प्रदेश के सियासत गरमा गई है। भाजपा और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर इस मामले में अब लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। इसी क्रम में अब नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत पहले खुद के मंत्रियों पर लग रहे भ्रष्टाचार का संज्ञान लें, तब दूसरे पर उंगली उठाए, पर उपदेश कुशल बहुतेरे।
इस मामले को लेकर राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट किया कि पर उपदेश कुशल बहुतेरे जे आचारहि ते नर न घनेरे। राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत और कांग्रेस भाजपा के नेताओं पर उंगली उठाने से पहले अपने मंत्रियों के गिरेबान में झांक कर देखें। उनके मंत्रियों ने कितना भ्रष्टाचार राजस्थान में किया है। उसका संज्ञान ले, उन्हें पद से बर्खास्त करें। तब किसी की पद बर्खास्तगी की मांग करें।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस को पहले सचिन पायलट, रामनारायण मीणा, भरत सिंह, दिव्या मदेरणा और वेद प्रकाश सोलंकी समेत दूसरे विधायकों की बातों पर गौर करना चाहिए। जो लगातार अपनी ही सरकार पर आरोप लगा रहे हैं उनकी बात को संज्ञान में लेकर अपने विधायकों के खिलाफ जांच करवाएं। अगर वह जांच करवा कर उन्हें पद से बर्खास्त करते हैं तब वे जनता के सामने एक अच्छी नजीर पेश करेंगे।
बता दें कि अशोक गहलोत कई मौकों पर संजीवनी घोटाले की बात उठाकर शेखावत को अपने पद से इस्तीफा देने या मोदी को उनके मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग उठा चुके है। उन्होंने शेखावत पर संजीवनी घोटाले का मुख्य आरोपी बताया है।