जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर बीजेपी बुरी तरह भड़क गई है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सीएम गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री को सब पता है तो उन्होंने दो साल में विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराई। साथ ही राठौड़ ने पैसा लेने वाले विधायकों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। दरअसल, धौलपुर जिले में महंगाई राहत शिविर के दौरान सीएम गहलोत ने पायलट खेमे के विधायकों पर सरकार गिराने के लिए बीजेपी से पैसा लेने का आरोप लगाया था। जिसके जवाब में राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जब उन्हें सब पता है तो फिर गृहमंत्री के रूप में मुख्यमंत्री इतने बड़े अपराध को घटित होते क्यों देख रहे हैं ?
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सोमवार सुबह एक वीडियो ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फिर पुराना राग अलाप रहे हैं। मानेसर गए उन्हीं के विधायकों ने पैसा लिया, उस समय तीन-तीन एफआईआर दर्ज कराई और मुख्यमंत्री जो गृहमंत्री भी है उन्हीं के निर्देश पर एफआर भी लगाई। जब उन्हें पूरी जानकारी है कि उनके किस विधायक ने कितना पैसा लिया और कहां उपयोग किया। तो फिर गृहमंत्री के रूप में मुख्यमंत्री जी इतने बड़े अपराध को घटित होते क्यों देख रहे हैं ? क्यों FIR दर्ज नहीं कराते ? क्यों ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किए बैठे है। मैं समझता हूं कि प्रदेश सरकार की कथनी और करनी का अंतर राजस्थान का आवाम अपनी आंखों से अच्छी तरह से देख रहा है।
सरकार भी आपकी, फिर देरी किस बात की?
इससे पहले राजेंद्र राठौड़ ने सीएम गहलोत पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया था कि आपने देश के गृहमंत्री अमित शाह को आरोपित करने की तोहमत उठाई है तो कृपया यह भी बता ही दें कि सरकार भी आपकी, पुलिस पर नियंत्रण भी आपका, गृहमंत्री भी आप, आपकी नजरों में आए बिकाऊ विधायकों की सर्वाधिक जानकारी भी आपको तो फिर देरी किस बात की। तत्कालीन मुख्य सचेतक जोशी द्वारा फोन टैपिंग प्रकरण में एसीबी व एसओजी दर्ज कराई गई FIR नंबर 47,48,49, 129 में एफआर भी आपके निर्देश पर लगी और अब आरोप भी आप लगा रहे हैं। जो विधायक आपकी नजरों में धोखेबाज थे वह आज मंत्रिमंडल में विराजमान है।
सीएम गहलोत ने दिया था ये बयान
धौलपुर जिले के दौरे पर गए सीएम गहलोत ने रविवार को एक महंगाई राहत शिविर को संबोधित करते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया था कि हमारी सरकार गिराने के षड्यंत्र में करोड़ों खर्च किए गए। बोहरा, डूडी, दानिश, खिलाड़ी लाल बैरवा और गिर्राज सिंह मलिंगा ने साथ दिया, तब 102 विधायक इकट्ठे हुए। मैंने तो अपने विधायकों को यह तक कह दिया कि जितना पैसा लिया, उसमें से कुछ खर्च भी कर दिया है तो वो पैसा मैं दे दूंगा या एआईसीसी से दिलवा दूंगा। अमित शाह से 10 करोड़ लिया है या 15 करोड़ लिया है, उसका वो पैसा वापस दो। उसका पैसा मत रखो। अगर उसका पैसा रखा तो वो हमेशा दबाव बनाए रखेगा और आप लोगों को धमकाएगा। इसके साथ ही अब आप लोग पार्टी की एकजुटता के लिए काम करो।
ये खबर भी पढ़ें:-CM गहलोत के दावे को राजे ने बताया बड़ा षड्यंत्र, कहा-ये चाल कामयाब होने वाली नहीं…