जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी में भूगोल की परीक्षा का पेपर आउट (Rajasthan University Paper Leak) होने को लेकर ABVP ने जोरदार प्रदर्शन किया। विद्यार्थी परिषद ने एग्जामिनेशन कंट्रोलर का घेराव किया और इस परीक्षा को दोबारा फिर से आयोजित कराने की मांग उठाई। छात्र नेता रोहित मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर यह पेपर वायरल हो गया। यह कोई लेकिन प्रशासन इस परीक्षा को आउट मानने से ही इनकार कर रहा है।
परीक्षा रद्द कर दोबोरा हो आयोजित
मीणा ने कहा कि एक गंभीर मामला है (Rajasthan University Paper Leak) क्योंकि यह कोई पहली बार नहीं हुआ। बार-बार इस तरह की चीजें सामने आ रही है। बार-बार तमाम तरह के विषयों के पेपर सोशल मीडिया पर आउट हो जाते हैं फिर भी प्रशासन उन्हें लीक नहीं मानता। इस बार तो पूरा पेपर एग्जाम सेंटर में वायरल कर दिया गया। इसलिए हमारी मांग है कि इस परीक्षा को रद्द कर दोबारा नए सिरे से परीक्षा आयोजित करवाई जाए और इसके साथ ही पेपर लीक ना हो। पेपर आउट ना हो, इसके इंतजाम करवाया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अब इस तरह की गड़बड़ी दोबारा नहीं होगी। क्योंकि छात्र छात्राओं के साथ इस तरह की धोखाधड़ी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी
कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र होगा आंदोलन
एबीवीपी के छात्रों ने एग्जामिनेशन कंट्रोलर इस मामले को लेकर कार्रवाई की जाने की मांग की। इधर कंट्रोलर प्रोफेसर राकेश राव ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई दी गई है, इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। इस पर छात्रों ने कहा कि कौन सी कमेटी बनाई गई है? इस कमेटी में कौन लोग शामिल हैं ? उनके नाम सार्वजनिक किए जाएं और यह भी कहा कि अगर इस परीक्षा को रद्द कर दोबारा पेपर आयोजित नहीं करवाया गया तो यह आंदोलन और भी ज्यादा उग्र होगा।
15 अप्रैल को लीक हुआ था B.Sc. 1st ईयर का भूगोल का पेपर
बता दें कि बीते शनिवार 15 अप्रैल को राजस्थान यूनिवर्सिटी (Rajasthan University Paper Leak) में बीएससी प्रथम वर्ष का भूगोल का पेपर लीक हो गया था। दरअसल इस पूरे पेपर की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। परीक्षा सुबह 11:00 बजे से शुरू होनी थी लेकिन इसके 15 मिनट पहले ही सोशल मीडिया पर बने हुए ग्रुप में यह पेपर वायरल हो गया, लेकिन अभी तक यूनिवर्सिटी ने इस पेपर को लीक नहीं माना है, ना ही इस तरह की कोई घटना को स्वीकार किया है।
छात्रों ने आरोप लगाया है कि 11:00 बजे से उनका पेपर था लेकिन 10:45 पर यह पेपर यूनिवर्सिटी से जुड़े व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल हो गया। इसमें परीक्षा सेंटर का कोड भी लिखा हुआ है। एग्जामिनेशन कंट्रोलर राकेश राव ने इस पेपर को लीक मानने से इनकार कर दिया था लेकिन दबाव के चलते उन्होंने फिर जांच कमेटी का गठन किया।