खत्म हो गया महारानी का राज! सियासत के बियाबान में खो जाएंगी वसुंधरा या लड़ेंगी 2024 का लोकसभा चुनाव

राजस्थान में क्षेत्रीय क्षत्रपों का पर्याय बन चुकी वसुंधरा राजे के सियासी भविष्य को लेकर हर कोई कयासबाजी कर रहा है.

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Vasundhara Raje: देश के 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों में जहां बीजेपी ने 3 राज्यों में स्पष्ट बहुमत हासिल किया वहीं तीनों ही राज्यों में नए युग की राजनीति का भी उदय हुआ. बीजेपी ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में जीत के बाद जनरेशन शिफ्ट पर आगे बढ़ते हुए नए चेहरों को सूबे के मुखिया की कुर्सी पर बिठाया है. तीनों राज्यों में हुए इन बदलावों में मध्य प्रदेश और राजस्थान की चर्चा सबसे ज्यादा है जहां के राज्य क्षत्रपों को लेकर सियासी गलियारों में खासी गहमागहमी चल रही है.

राजस्थान की बात करें तो यहां बीजेपी ने जमीनी कार्यकर्ता, संगठन के अनुशासित सिपाही और पार्टी के प्रति निष्ठावान भजनलाल जो कि पहली बार के विधायक हैं उन्हें सूबे का मुखिया बनाया है जिसके बाद अब 2 बार सीएम रही और क्षेत्रीय क्षत्रपों का पर्याय बन चुकी वसुंधरा राजे के सियासी भविष्य को लेकर हर कोई कयासबाजी कर रहा है. वहीं एक अहम सवाल यह उठ रहा है कि राजस्थान या देश की राजनीति में अब आगे वसुंधरा राजे का क्या होगा?

राजे कैसे कायम रखेंगी अपना दबदबा

दरअसल राजस्थान की 2 बार सीएम रह चुकी वसुंधरा राजे वर्तमान में बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर हैं. वहीं इस बार वह अपनी सीट से जीतकर फिर से विधायक भी बनी है. हालांकि राजे की राजनीतिक पारी को देखते हुए जानकारी उनके मंत्रिमंडल में जाने की कम ही संभावना बता रहे हैं.

हालांकि राजस्थान में उनके खेमे से 2 दर्जन से ज्यादा विधायक जीत कर आए हैं जिनकी सरकार चलाने में अहम भूमिका हो सकती है या उन्हें कई अहम मंत्रालय मिल सकते हैं.

लोकसभा चुनाव भी लड़ सकती है राजे!

हालांकि बीजेपी नेतृत्व ने राजे के भविष्य को लेकर अभी किसी तरह के संकेत नहीं दिए हैं लेकिन माना जा रहा है कि अगले साल लोकसभा चुनाव हैं ऐसे में राजे को लोकसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है. इसके अलावा राजे के करीबी लोगों को लोकसभा चुनाव में कई सीटों से टिकट भी मिल सकता है. वहीं उनके बेटे के लिए भी राष्ट्रीय राजनीति में अब जगह बनने पर संभावना जताई जा रही है.