जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार नया रिकॉर्ड बन गया है। प्रदेश की 200 में से 199 विधानसभा सीटों पर रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग हुई। 199 विधानसभा सीटों पर 74.62 फीसदी वोटर्स ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर इस बार 56 साल में मतदान प्रतिशत बढ़ने का कीर्तिमान रचने के बाद मतदाताओं ने एक और नया कीर्तिमान रच दिया दिया हैं। प्रदेश के विधानसभा चुनावों में 25 वर्ष बाद यह पहला अवसर है जब प्रदेश के किसी भी बूथ पर चुनाव के बाद पुनर्मतदान नहीं होगा।
निर्वाचन विभाग की जानकारी के अनुसार, राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों पर कुल 51,507 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। निर्वाचन विभाग के अनुसार, प्रदेश में चुनाव में कहीं भी मतदान प्रक्रिया प्रभावित नहीं हुई है। कई जगह पथराव व आगजनी जैसी घटनाओं के बावजूद निष्पक्ष मतदान हुआ है।
गौरतलब है कि इससे पहले के विधानसभा चुनावों में लड़ाई- झगड़ों, बूथ केप्चरिंग सहित कई कारणों से सैकड़ों बूथों पर निर्वाचन आयोग ने दोबारा मतदान करवाया था। प्रदेश में वर्ष 2008 के चुनाव में 128 जगह पुनर्मतदान हुआ था। वहीं 2013 में 7 जगह और 2018 में एक जगह पुनर्मतदान हुआ था।
2013 में 6 विधानसभा क्षेत्रों में कराया गया था पुनर्मतदान…
बता दें कि राजस्थान में 2013 के विधानसभा चुनावों में 199 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुए थे। इसमें 6 विधानसभा क्षेत्रों के 7 बूथों पर पुर्नमतदान करवाया गया था। भारत निर्वाचन आयोग की जानकारी के अनुसार 2013 के विधानसभा चुनाव में खेतड़ी में एक, अलवर ग्रामीण में एक, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ में दो, नसीराबाद में एक, मनोहर थाना में एक, झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में एक बूथ पर पुर्नमतदान करवाया गया था। वहीं सिरोही के बूथ पर भी वापस मतदान करवाया गया था। वहीं 2018 में एक बूथ पर ही पुनर्मतदान करवाया गया था।
2008 में 128 बूथों पर हुई थी दोबारा वोटिंग…
प्रदेश के 2008 के विधानसभा चुनावों में 200 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुए थे। निर्वाचन आयोग की जानकारी के अनुसार 2008 के विधानसभा चुनावों में 24 विधानसभा क्षेत्रों में 128 बूथों पर पुनर्मतदान हुए थे। भारत निर्वाचन विभाग के अनुसार 2008 में कोलायत विधानसभा में एक, नोखा में दो, फतेहपुर में 3, खंडेला में एक, कोटपूतली में एक, सिविल लाइन्स में एक, मुंडावर में दो, डीग-कु म्हेर में एक, बाड़ी में 8, धौलपुर में दो, टोडाभीम में 37, करोली में 27, बांदीकु ई में 3, महुआ में 8, दौसा में तीन, गंगापुर में 11, सवाई माधोपुर में आठ, पुष्कर में एक, बिलाड़ा में एक, सांचोर में एक, माण्डलगढ़ में तीन, कोटा दक्षिण में एक, बारां-अटरू में तीन, खानपुर में एक बूथ पर दोबारा मतदान करवाया गया था। 2008 के विधानसभा चुनावों में सर्वाधिक 37 बूथों पर टोडाभीम विधानसभा क्षेत्र में वापस मतदान करवाया गया था।
51,507 वोटिंग बूथ पर शांतिपूर्ण संपन्न हुआ मतदान…
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की 199 विधानसभा क्षेत्रों के 51,507 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण रूप से मतदान संपन्न हुआ। सभी जगह निष्पक्ष एवं विधि अनुरूप मतदान हुआ है। मतदाताओ ने पूरे उत्साह के साथ अपने पसंद के प्रत्याशी के लिए वोट दिया है। प्रदेश के जिलों से आई रिपोर्ट के बाद कहीं भी पुनर्मतदान कराने की स्थिति नहीं पाई गई। इसलिए इस बार कहीं पर भी पुनर्मतदान नहीं होगा।