Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में अब पहले चरण के लोकसभा चुनावों के लिए जाजम बिछ गई है जहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों से घोषित प्रत्याशी नामांकन भरने के बाद जनता के दर पर वोट मांगने निकल पड़े हैं. 19 अप्रैल को जनता अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर देगी जिसके बाद 4 जून को इन नेताओं के किस्मत का फैसला सुनाया जाएगा. मालूम हो कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 12 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाने हैं जिनमें श्रीगंगानर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर शामिल है.
सूबे में पहले चरण में होने वाली 12 सीटों में कई सीटों पर मुकाबला रोचक होने जा रहा है जहां दोनों दलों के प्रत्याशी पूरा जोर लगा रहे हैं और वहां का चुनावी माहौल देखकर राजनीति के मौसम विज्ञानी भी कुछ अंदाजा लगाने से बच रहे हैं. आइए जानते हैं कि इन 12 सीटों में कहां पर कांटे की टक्कर होने जा रही है.
चुरू में कस्वां और राठौड़ के बयानों से गर्म हुई हवाएं!
चुरू में बीजेपी और कांग्रेस से देवेंद्र झाझड़िया और राहुल कस्वां आमने-सामने हैं लेकिन बीच में राजेंद्र राठौड़ भी वहां के मुकाबले में खड़े हैं जहां कस्वां लगातार अपने बयानों पर राठौड़ को निशाना बना रहे हैं. वहीं दूसरी ओर झाझड़िया साइलेंटली चुनाव प्रचार में लगे हैं.
चुरू लोकसभा की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया था वहीं 2 पर भाजपा और 1 पर बसपा जीती थी. चुरू में चुनाव जाटVSराजपूत होने से कस्वां का पलड़ा यहां भारी दिख रहा है हालांकि 5 अप्रैल को पीएम मोदी की यहां रैली है जिसके बाद भी कई समीकरण बदल सकते हैं.
जयपुर ग्रामीण में युवा और अनुभव की टक्कर
वहीं जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर युवा और अनुभव के बीच टक्कर होने जा रही है जहां हाल में हुए विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में से 3 सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी और बाकी 5 सीट बीजेपी के खाते में गई थी.
इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने यहां से पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह और कांग्रेस ने युवा चेहरे अनिल चोपड़ा को टिकट दिया है. इस लोकसभा सीट में जाट और राजपूत के अलावा यादव वोटर्स भी बहुतायत में है जो हार-जीत का फैसला करते हैं.
नागौर में मिर्धा vs बेनीवाल
नागौर लोकसभा सीट पर मिर्धा परिवार का एक बार फिर हनुमान बेनीवाल से सामना हो रहा है लेकिन इस बार दोनों प्रत्याशी अदल-बदल कर एक दूसरे के पाले में है जहां भाजपा उम्मीदवार ज्योति मिर्धा परिवार से है जो हाल में कांग्रेस से बीजेपी में आई और पिछला विधानसभा चुनाव नागौर सीट से हार गई थी.
वहीं खींवसर से विधायक चुने गए हनुमान बेनीवाल पिछली बार एनडीए गठबंधन का हिस्सा थे लेकिन इस बार वह इंडिया गठबंधन की ओर से एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.मालूम हो कि नागौर की 8 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की थी और भाजपा ने यहां 2 सीटें जीती थी. वहीं 1-1 सीट आरएलपी और निर्दलीय के खाते में गई थी.
भरतपुर में सबसे कम उम्र की उम्मीदवार संजना जाटव
वहीं भरतपुर लोकसभा सीट पर भाजपा ने यहां पिछले तीनों चुनाव में लगातार हर बार नए चेहरे पर दांव खेला है और इस बार भी रामस्वरूप कोली को उतारा है. वहीं,कांग्रेस ने संजना जाटव को उम्मीदवार बनाया है जो महज 26 साल की है. संजना हाल में कठूमर से विधानसभा चुनाव भी लड़ी थीं जहां वह महज 409 वोटों से हारी थी.
इस सीट की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी और बीजेपी ने यहां 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी और एक सीट निर्दलीय और 1 सीट राष्ट्रीय लोक दल के खाते में चली गई. संजना भरतपुर की बेटी और बहु के तौर पर जनता के बीच जा रही है और युवा चेहरे के तौर पर वह कोली को कड़ी टक्कर दे सकती है.