पहले भरा निर्दलीय पर्चा…फिर लिया वापस, अब हुए भाजपाई, जानें-कौन है गहलोत के हमशक्ल दाधीच?

जोधपुर के पूर्व महापौर एंव सभी जाति संप्रदाय में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले रामेश्वर दाधीच (Rameshwar Dadhich) ने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है।

Rameshwar Dadhich

Rajasthan Election 2023 : जयपुर। जोधपुर के पूर्व महापौर एंव सभी जाति संप्रदाय में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले रामेश्वर दाधीच (Rameshwar Dadhich) ने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है। बीजेपी ज्वॉइन करने के बाद रामेश्वर दाधीच ने केंद्र सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते तो राम मंदिर कभी नहीं बनता।

जयपुर स्थित बीजेपी के मीडिया सेंटर पर गुरुवार को जोधपुर नगर निगम के पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच और दौसा के पूर्व जिला प्रमुख विनोद शर्मा अपने समर्थकों के साथ भाजपा जॉइन की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रदेश सहप्रभारी विजया राहटकर, सांसद राजेंद्र गहलोत और चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नारायण पंचारिया ने सभी को पार्टी का दुपट्टा ओढ़ाकर व मिठाई खिलाकर सदस्यता ग्रहण करवाई।

इस मौके पर रामेश्वर दाधीच ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्णय लेने की जो क्षमता है। उससे मैं बहुत लंबे समय से प्रभावित रहा हूं। राम जन्मभूमि का जो मामला लंबित था, देशभर के लोग टकटकी लगाए हुए थे कि भगवान राम का मंदिर कब तक बनेगा। उसको गति देकर अच्छा काम किया। मेरा मानना है कि नरेंद्र भाई मोदी अगर प्रधानमंत्री नहीं होते तो राम मंदिर नहीं बनता।

राजस्थान में कई तरह की समस्या

उन्होंने कहा कि देश के सभी वर्गों के उत्थान के लिए उनको आगे कैसे बढ़े, भारतवासी गरीब से कैसे ऊपर उठे, यह तड़प पीएम मोदी में देखने को मिलती है। हमारे राजस्थान में कई तरह की समस्या है। उसके लिए हमें भाजपा को सपोर्ट करना चाहिए। जनता जर्नादन इस विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान कर मोदी के हाथ मजबूत करें।

पहले भरा था निर्दलीय पर्चा, फिर वापस लिया

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी और उनकी तरह दिखने वाले रामेश्वर दाधीच ने कांग्रेस की ओर से टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने ऐलान किया था। साथ ही सूरसागर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया था। लेकिन, नामांकन वापसी के अंतिम दिन दाधीच ने पर्चा वापस ले लिया। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जिन लोगों ने मुझे मेरा नॉमिनेशन करने में मदद की उन्हीं लोगों का दबाव था कि मैं नामांकन वापस लूं। इसी को ध्यान में रखते हुए मैंने अपना नामांकन वापस लिया है। ऐसे में माना जा रहा था कि कांग्रेस में अब सबकुछ ठीक है। लेकिन, शाम होते-होते दाधीच ने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया।

दाधीच को मनाने में शेखावत ने निभाई अहम भूमिका

दाधीच को भाजपा में शामिल कराने में केंद्रीय मंत्री शेखावत ने अहम भूमिका निभाई। रामेश्वर दाधीच को जोधपुर से जयपुर लाने के लिए केंद्रीय मंत्री शेखावत ने चार्टर प्लेन जोधपुर भेजा। उन्होंने ही बात करके रामेश्वर दाधीच को सूरसागर से नाम वापसी के लिए राजी किया। इसके बाद भाजपा की राष्ट्रीय सचिव विजया राहटकर, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, भाजपा जिला अध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा पूर्व महापोर रामेश्वर दाधीच के साथ जोधपुर से चार्टर से जयपुर में पहुंचे। यहां पर शेखावत ने गले मिलकर दाधीच का स्वागत किया।

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