(हरीश भामनिया) : जयपुर। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने खूब भागदौड़ की। इससे इनकी दैनिक दिनचर्या भी बुरी तरह से प्रभावित रही। इसका सीधा असर उनकी हेल्थ पर भी खासा पड़ा। किसी प्रत्याशी का वजन घट गया तो कई प्रत्याशियों का वजन बढ़ा भी।
‘सच बेधड़क’ की पड़ताल में सामने आया कि प्रचार के दौरान कुछ प्रत्याशियों ने योगा का भी सहारा लिया। जिनका वजन घटा उनमें ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला (ढाई से 3 किलो), हवामहल से भाजपा प्रत्याशी बालमुकुंदाचार्य महाराज (सबसे ज्यादा 10 किलो), बगरू से भाजपा प्रत्याशी कैलाश वर्मा (2 किलो), डोटासरा के सामने डटे भाजपा प्रत्याशी सुभाष महरिया (एक किलो) शामिल हैं।
वहीं जयपुर के विद्याधर नगर से कांग्रेस प्रत्याशी सीताराम अग्रवाल का वजन एक से डेढ़ किलो बढ़ गया। उनका कहना है कि नियमित व्यायाम से उन्हें दिनभर ताजगी का अहसास होता है। सीकर शहर से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र पारीक के अनुसार 4 नवंबर को नामांकन भरने के बाद 7 नवंबर से खानपान की दिनचर्या बदलने का स्वास्थ्य पर असर का अहसास हो रहा है। वजन घटने बढ़ने के कारण को मेडिकल साइंस में परिभाषित किया गया है। दिनचर्या डिस्टर्ब होने से शरीर में मेटाबोलिज्म डिस्टर्ब होता है। इसमें अनिंद्रा, एसीडीटी जैसे लक्षण सामने आते हैं। इससे शरीर में अलग-अलग तरह से प्रभाव पड़ता है।
इन प्रत्याशियों ने योग करके संभाली हेल्थ
चुनाव प्रचार में भागदौड़ ज्यादा रहने से अधिकांश प्रत्याशियों ने पहले से ही अपनी दिनचर्या की रूपरेखा तैयार कर ली थी। नियमित व्यायाम के साथ योग के लिए भी समय निकाला। योग करने वाले भाजपा प्रत्याशियों में बगरू से डॉ. कै लाश वर्मा, मालवीय नगर से कालीचरण सराफ, किशनपोल से चंद्रमनोहर बटवाड़ा, आमेर से डॉ. सतीश पूनियां, सिविल लाइन से गोपाल शर्मा, ब्यावर से शंकर सिंह तथा चौमूं से रामलाल शर्मा मुख्य रहे।
वहीं, कांग्रेस के कुछ प्रत्याशियों ने योग के अलावा नियमित हल्के व्यायाम के साथ वॉक का सहारा लिया। झोटवाड़ा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे आशू सिंह सुरपुरा ने भी हेल्थ केयर का ध्यान रखा। तो, कांग्रेस के प्रत्याशियों में सांगानेर से पुष्पेंद्र भारद्वाज, झोटवाड़ा से अभिषेक चौधरी, चाकसू से वेदप्रकाश सोलंकी, निवाई से प्रशांत बैरवा, फुलेरा से विद्याधर चौधरी तथा दूदू से कांग्रेस के बाबूलाल नागर ने नियमित व्यायाम का सहारा लिया।
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क्या कहते हैं चिकित्सक
सवाई मानसिंह अस्पताल के प्रो. मेडिशियन डॉ. आर के भीमवाल ने बताया कि लगातार ज्यादा भागदौड़ होने से शारीरिक थकावट व मानसिक तनाव रहता है, जिसका सीधा असर बॉडी पर पड़ता है। इसके कारण वजन घटता बढ़ता रहता है। नींद का पूरी नहीं लेना भी इसका एक कारण है। नींद पूरी नहीं होने से बॉडी का मेटाबोलिज्म डिस्टर्ब होता है।
मेटाबोलिज्म है हेल्थ का किंग!
मेटाबॉलिज्म शरीर में होने वाली रासायनिक प्रक्रिया को कहा जाता है। जो शरीर को काम करने की ऊर्जा देता है और जीवित रहने में मदद करता है। भोजन से पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदलने का काम करता है। शरीर में होने वाली सारे फंक्शन मेटाबॉलिज्म पर निर्भर करते हैं। आपके शरीर का सांस लेना, भोजन को पचाना, ब्लड सर्कुलेशन, बॉडी को मूव करना, क्षतिग्रस्त ऊतकों और कोशिकाओं की मरम्मत के लिए ऊर्जा प्रदान करना। यानी मेटाबॉलिज्म आपकी सेहत का किंग है।
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