Rajasthan Election 2023 : जयपुर। राजस्थान विधानसभा में सत्ता की वोट रूपी चाबी से करीब 5.27 करोड़ मतदाताओं ने शनिवार को ईवीएम मशीनें बंद कर दीं। अब 3 दिसंबर को वीवीपैट से जीत का जिन्न निकलेगा, वो किसी पार्टी की सत्ता की सिमसिम खोलेगा, यह तो तभी पता चलेगा। अलबत्ता, सरकार बनने के समीकरण वोट पसेंटेज की घटत-बढ़त पर निर्भर मानने वाले सियासतदानों और उनके समर्थकाें के साथ ही विश्लेषकों की दिलचस्पी प्रदेश के कुल मतदान प्रतिशत पर रहती ही है।
जाहिर है कि इन लोगों के लिए मतदान प्रतिशत का आंकड़ा सत्ता के सूत्र की मानिंद होता है। यानी ये लोग जैसे ही अंतिम आंकड़ा मिलता है, अपनी सहूलियत के अनुसार कयासबाजी शुरू कर देते हैं। अगर पिछले पांच विधानसभा चुनावों के वोट परसेंटेज पर नजर डालते हैं। साल 1998 में 63.39 प्रतिशत, 2003 में 67.18 फीसदी, 2008 में 66.25%, 2013 के चुनाव में 75.04 और 2018 में 74.06% मतदान हुआ था।
क्या रहा वोट प्रतिशत का ट्रेंड
1998 से 2018 तक के आंकड़ों पर गणित देखें तो यह सामने आता है कि जब भी पिछले चुनाव की तुलना में मतदान प्रतिशत घटा है, भाजपा केलिए शुभ संकेत नहीं रहा है, जबकि वोट प्रतिशत बढ़ना कांग्रेस केलिए अशुभ हो सकता है। बहरहाल, शाम 6 बजे तक आए आंकड़े पूरी तरह सटीक नहीं है। निर्वाचन विभाग भी मान रहा है कि सही प्रतिशत रविवार सुबह ही मिल सकता है। वैसे, देर रात मतदान का प्रतिशत 74.13 बताया गया।
एक नजर में पांच चुनावों का मतदान प्रतिशत
साल 1998- 63.39% पोलिंग, कांग्रेस 153 सीट, भाजपा 33 सीट
साल 2003- 67.18% पोलिंग (मतदान 3.79% बढ़ा), बीजेपी 120 सीट, कांग्रेस 56 सीट
साल 2008- 66.25 फीसदी मतदान (0.93% कम), बीजेपी 120 से 78 सीटों पर सिमट गई, कांग्रेस की 56 बढ़कर से 96 सीट
साल 2013- 75.04% पोलिंग, (8.79% मतदान बढ़ा), बीजेपी को 163 सीटें और कांग्रेस को 21 सीटें मिली
साल 2018-74.06% पोलिंग (0.98% कम हुआ मतदान), कांग्रेस को 100 सीटें और भाजपा को 73 सीटें मिली।
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