Rajasthan Election 2023 : जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। लेकिन, इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस के नेता अपनी-अपनी पार्टी की जीत का दावा ठोक रहे हैं। दोनों पार्टियों द्वारा 199 विधानसभा सीटों पर खड़े हुए प्रत्याशियों से फीडबैक लेकर बहुमत के साथ सरकार बनाने की बयानबाजी की जा रही है। लेकिन, एग्जिट पोल के मुताबिक राजस्थान में इस बार कांग्रेस-बीजेपी में सीटों को लेकर पेंच फंसता नजर आ रहा है। हालांकि, फलौदी-नोखा के सट्टा बाजार की मानें तो परिणाम के समीकरण कुछ और ही हैं। सट्टा बाजार के रुझानों में बीजेपी को पूर्ण बहुमत के संकेत मिल रहे है।
सट्टा बाजार के मुताबिक इस बार बीजेपी 47 से ज्यादा सीटों पर बढ़त बनाकर सत्ता में आएगी। सट्टा बाजार के ट्रेंड के मुताबिक प्रदेश में भाजपा 120 सीटें हासिल कर सकती है व कांग्रेस को 60 से भी कम सीटें मिल सकती हैं। सटोरियों की मानें तो प्रदेश में भाजपा को 120 से 130 सीटों पर जीत मिलेगी। भाजपा ही पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। वहीं सटोरियों का दावा है कि कांग्रेस को इस बार 60 सीटों से कम पर जीत मिलेगी। यानि पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले इस बार कांग्रेस को 41 सीटों पर हार का सामना करना पड़ेगा।
ये है सट्टा बाजार का भाव
फलोदी व नोखा के सट्टा बाजार में सटोरियों द्वारा पूर्ण बहुमत से भाजपा द्वारा सरकार बनाए जाने के भाव चलाए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के 117 सीटें जीतने के अनुमान पर सट्टा लगाने वालों को एक रुपए से लेकर 25 पैसे तक का भाव ऑफर किया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस के 70 से ज्यादा सीटें नहीं जीतने पर दांव लगाने वालों के लिए 1 रुपये 25 पैसे से लेकर एक रुपए तक का ऑफर दिया जा रहा है।
कई नेताओं की किस्मत खतरे में
सट्टा बाजार के मुताबिक इस बार बागियों के चुनावी रण में उतरने के कारण कई कैबिनेट मंत्रियों सहित बीजेपी और कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की किस्मत भी खतरे में है। सट्टेबाजों ने कुछ मंत्रियों की हार की भविष्यवाणी की है। बीजेपी के बालकनाथ, नरपत सिंह राजवी व कांग्रेस के बीडी कल्ला और हरीश चौधरी की जीत खतरे में है। कैबिनेट मंत्री शालेह मोहम्मद हार रहे हैं। हालांकि, पोखरण से बीजेपी के प्रताप पुरी जीत रहे हैं।
इसके अलावा बाड़मेर में कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह व सोनाराम चौधरी और जैसलमेर में कांग्रेस के रूपाराम व बीजेपी के छोटू सिंह के बीच कांटे की टक्कर है। लेकिन, यह तो साफ है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी- अपनी सीटें जीत रहे हैं।
पिछली बार बीजेपी को मिली थी मात्र 73 सीट
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 101 सीटों पर जीत मिली थी। इसके बाद में कांग्रेस में कई निर्दलीय व तीसरे मोर्चे के जीते हुए प्रत्याशी भी शामिल हो गए थे। जिस पर राजस्थान में गहलोत की सरकार बनी थी। वहीं, बीजेपी पिछले विधानसभा चुनाव में 73 सीटों पर ही सिमट गई थी।
ऐसे काम करता है सट्टा बाजार
बता दें कि चाहे वह खेल का मैदान हो या फिर चुनावी जंग..फलोदी व नोखा के सटोरियों के बाजार भाव देशभर में चर्चित रहते हैं। फलोदी में रोज अघोषित तौर पर करोड़ों रुपए का सट्टा लगता है। यहां करीब 20 से 22 मुख्य सट्टा कारोबारी हैं। इनके अलावा यहां सैकड़ों दलाल और सटोरिये हैं। यह सारे कारोबारी और सटोरिये चुनाव के साथ ही बारिश, फसल, क्रिकेट आदि पर भी सट्टे लगाते हैं।
सट्टा बाजार सही अनुमान कैसे लगा लेता है, इसके पीछे उनके अपने तर्क हैं। सटोरिये अखबार व इलेक्ट्रोनिक मीडिया की खबरों, नेताओं की सभाओं में आने वाली भीड़, लोगों से चर्चा, माहौल आदि का सर्वे कर अनुमान लगाते हैं। पार्टी की स्थिति क्या है, सट्टा नेटवर्क में किस पार्टी पर ज्यादा दाव लग रहे हैं आदि जैसे तथ्यों के आधार पर ये एक समग्र अनुमान तैयार करते हैं और इसी के आधार पर रुझान तय किए जाते हैं।
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