जयपुर: राजस्थान में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस की सरकार और संगठन दोनों स्तर पर तैयारियां जोरों पर चल रही है जहां सरकारी राहतों के अलावा संगठन की नई टीम को जोश से लबरेज करने के लिए जयपुर में कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार को ब्लॉक अध्यक्षों के बाद शनिवार को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की संयुक्त बैठक हुई. इस बैठक के बाद सीएम अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी का अपना महत्व है और मैं सही नियुक्त हुए पदाधिकारियों को बधाई देता हूं.
सीएम ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नियुक्त किए गए पदाधिकारी अब चुनाव को लेकर जनता की भावना को समझने का काम करेंगे और सरकार के काम को लेकर जनता का क्या मूड है इसका फीडबैक पहुंचाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के अधिवेशन से मिले फीडबैक से ही बजट तैयार किया गया.
वहीं इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों को सरकार रिपीट करने को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि जो पदाधिकारी काम करेगा उसको इनाम मिलेगा.
आज हमारे सामने बड़ी है चुनौती
गहलोत ने कहा कि आज के समय जो युवा या नए चेहरे कार्यकारिणी में शामिल हो रहे हैं जब हमारी केंद्र में सरकार नहीं है, ऐसे में आज हमारी चुनौती काफी बड़ी है जिसे हम स्वीकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी के हाथ मजबूत करने का मतलब है कि हम कांग्रेस को अपने क्षेत्र में कितना मजबूत कर रहे हैं.
सीएम ने कहा कि कार्यकारिणी के हर सदस्य को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अगर आप काम करोगे तो उसकी खुशबू फैलते हुए प्रदेश तक आएगी. वहीं गहलोत ने सभी पदाधिकारियों को धैर्य की नसीहत देते हुए कहा कि सभी को धैर्य रखते हुए मेहनत करनी चाहिए पार्टी में हर किसी को मौका मिलता है और समय आने पर मिलता है.
अब सभी एकजुट होकर लग जाएं
गहलोत ने कहा कि अब नई कार्यकारिणी बनी है तो सभी लोग आज पीसीसी में दिख रहे हैं लेकिन कुछ समय बाद यहां कोई नहीं दिखेगा ऐसे में यह नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि संगठन के लोग काम करने वालों को ढूंढते रह जाते हैं और यह बहुत गलत है. सीएम ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में क्षमता है, वह मेहनती है और बस हमें अपनी विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध रहना चाहिए.
गहलोत ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि इस बार सरकार के खिलाफ एंटी इंकंबेंसी नहीं है और जनता का मूड इस बार सरकार वापस आने का है जहां सरकार वापसी कर सकती है ऐसी चर्चा है और सरकार तब आएगी जब सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर लग जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने 4 साल काम किया है जिसे अब जनता के बीच लेकर जाना है.