(दिनेश डांगी) Rajasthan Congress : राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से सक्रिय हो गई है जहां शुक्रवार को जयपुर में पीसीसी वॉर रूम में कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी और लोकसभा के 25 पर्यवेक्षकों की मीटिंग में चुनावी रणनीति को लेकर मंथन हुआ. बैठक में कांग्रेस केसी वेणुगोपाल और सीनियर ऑब्जर्वर मधुसूदन मिस्त्री के साथ सीएम अशोक गहलोत, प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने टिकट वितरण, पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी देने सहित कर्नाटक मॉडल पर राजस्थान में चुनाव लड़ने पर मंथन किया.
वहीं कांग्रेस के मंथन के अलावा बैठक में आज सीएम का सख्त रुख सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. जानकारी के मुताबिक पीएसी की बैठक में सीएम ने आज कई नेताओं को खरी-खरी सुनाई. इधर बैठक के बाद सीएम ने कहा कि रास्थान में कांग्रेस मिशन 156 को ध्यान में रखकर काम कर रही है और पूरे प्रदेश में पार्टी एकजुट है जिसके दम पर हम सरकार रिपीट करेंगे.
वहीं बैठक के बाद सामने आया कि कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनावों के लिए सितंबर के आखिर या अक्टूबर के पहले हफ्ते में टिकटों की पहली सूची जारी कर देगी. इसके अलावा 25 कांग्रेस नेता जिन्हें लोकसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षकों के तौर पर लगाया गया है वह 17 अगस्त को अपने प्रभार वाले जिलों में जाएंगे.
लपेटे में आए मंत्री और राज्यसभा सांसद
जानकारी के मुताबिक बैठक में सीएम गहलोत ने मंत्री प्रतापसिंह, रघु शर्मा, रघुवीर मीणा और नीरज डांगी को खरी-खरी सुनाई जहां प्रताप सिंह को सीएम ने कहा कि मीडिया में आप क्या-क्या बोलते रहते हो? मेरे हाथ में होता तो मैं आपको अनुशासन बताता.
वहीं नीरज डांगी को हिदायत देते हुए सीएम गहलोत ने कड़े स्वर में कहा कि लगातार चुनाव हारने के बावजूद आपको राज्यसभा सांसद बनाया, अब तो आपको विधानसभा चुनावों में कुछ सीटें जिताने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
रघु शर्मा को दिल्ली जाने की सलाह!
वहीं बैठक के दौरान रघु शर्मा ने जातिगत जनगणना के फैसले पर कांग्रेस के रूख को गलत बताया तो सीएम गहलोत ने कहा कि आप दिल्ली राहुल गांधी को यह बात क्यों नहीं कहते हैं और कड़े तेवर दिखाए. इसके अलावा गहलोत ने ओबीसी आरक्षण बढ़ाने की घोषणा को रघुवीर मीणा द्वारा जल्दीबाज़ी बताने पर भी उन्हें कड़े तेवर दिखाए.