Rajasthan Assembly Session: राजस्थान में चल रही 16वीं विधानसभा के पहले सत्र में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के बाद सरकार ने अपना जवाब सदन में दिया। जहां भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री के तौर पर मंगलवार को पहली बार विधानसभा में सरकार का पक्ष रखा। सीएम ने राम मंदिर पर पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए पिछली गहलोत सरकार और कांग्रेस को महिला अत्याचार, पेपर लीक और भ्रष्टाचार पर जमकर घेरा।
वहीं सीएम ने कांग्रेस के पर्ची सरकार तंज पर भी पलटवार करते हुए कहा कि हमारी सरकार न पर्ची की है न ही खर्ची की यह सरकार धरती की है और धरती पुत्रों की है। इसके अलावा सीएम भजनलाल ने देश-प्रदेश कानून से चलेगा यहां तुष्टीकरण का कोई काम नहीं और राजस्थान शांतिप्रिय प्रदेश है जहां हम कानून का राज स्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
’22 जनवरी को 84 सेकेंड में मिटा 500 साल का इतिहास’
सीएम ने विधानसभा में कहा कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा को भी कुछ लोग राजनीति के चश्मे से देख रहे हैं और जिन्होंने राम और रामसेतु के अस्तित्व को नकारा उन्हें आज जनता ने नकार दिया है और आने वाले समय में जनता चुनावों में इन्हें और नकारेगी।
सीएम ने कहा कि राजस्थान की जनता ने हम सबको इस पवित्र मंदिर में भेजा है जहां हम प्रधानमंत्री के विकसित भारत की संकल्पना राम से राष्ट्र और देव से देश के चिंतन का विस्तार करने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पीएम का आभार प्रकट करना चाहता हूं जिन्होंने 500 साल की सनातन की प्रतीक्षा के बाद पूरा किया और ऐसा दुर्लभ क्षण आया जब सदियों का इतिहास सेकेंड में सिमट गया।
‘तुष्टीकरण से नहीं चलेगा प्रदेश’
वहीं सीएम भजनलाल ने कहा कि पिछली सरकार में आमजन का कोई भी काम बिना सेवा-पानी और खर्ची के नहीं होता था और उस दौरान तो खर्ची की प्रीपेड सेवा शुरू हो गई थी जितना इतना डला दो उतना काम हो जाता था। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार न पर्ची की है न ही खर्ची की और यह सरकार धरती की है, धरती पुत्रों की है।
उन्होंने आगे कहा कि तुष्टीकरण के आधार पर फैसले होते हैं तो संविधान और काननू बौने हो जाते हैं और जो बात संविधाान की करते हैं लेकिन उस पर चलना मुश्किल होता है। सीएम ने कहा कि देश-प्रदेश चाहे कहीं भी हो कानून चलेगा और तुष्टीकरण से कुछ नहीं होगा। भजनलाल ने कहा कि हमारी सरकार शांतिप्रिय प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
‘कांग्रेस को किस पर्ची का डर’
वहीं सीएम ने आगे कहा कि मैं तो गांव से आने वाला किसान व्यक्ति हूं और एक छोटे किसान परिवार से आता हूं, मेरा जीवन अभावों में भी गुजरा है, लेकिन अब शायद मेरा मुख्यमंत्री बनना किसी को अच्छा नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के कुछ लोगों को पर्ची का डर बैठा हुआ है इसलिए वो बार-बार पर्ची की बात करते हैं क्योंकि विपक्ष के लोगों को 25 सितंबर 2022 का डर सता रहा है जब विधायक दल की बैठक का बहिष्कार हुआ था।
4 भर्ती परीक्षाओं की चल रही जांच
सीएम ने आगे कहा कि राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा-2021, सीएचओ भर्ती परीक्षा-2020, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती-2022, रीट परीक्षा-2021 सहित कई पेपरलीक की जांच एसआईटी कर रही है। वहीं कुछ सदस्यों ने पेपरलीक की जांच एसआईटी से नहीं सीबीआई से करवाने की मांग की थी ऐसे में मैं कहना चाहता हूं कि अगर जरूरत हुई तो सीबीआई से भी पेपर लीक की जांच करवाएंगे, लेकिन युवाओं के साथ ऐसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।