CM Bhajanlal Sharma: देश की राजधानी में बना प्रतिष्ठित सरकारी गेस्ट हाउस ‘जोधपुर हाउस’ इन दिनों चर्चा में है जहां बीते 17 जनवरी की रात मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कमरे में अचानक हीटर में स्पार्किंग होने के बाद आग लग गई थी. आग लगने के दौरान मुख्यमंत्री कमरे में अकेले थे जिसके बाद इस मामले में काफी हो-हल्ला हुआ.
कई अधिकारी नपे और जांच कमेटी बैठी. वहीं आग लगने पर सीएम ने कमरे में रखी बेल बजाई और एक पीएसओ ने वहां पहुंचकर आग पर काबू पाया. वहीं अब मुख्यमंत्री के कमरे में लगी आग पर बैठी जांच कमेटी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
बता दें कि भजनलाल शर्मा ने 15 दिसंबर को मु्ख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और बीते एक महीने में उनके साथ कई घटनाएं हुई है जो उनकी सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े करती है. बीते महीने भरतपुर दौरे पर भजनलाल शर्मा की कार का एक्सीडेंट हो गया था. वहीं हाल में जयपुर जेल से एक कैदी ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी.
जांच कमेटी को मिली कई लापरवाही
बता दें कि आग लगने के बाद बनाई गई जांच कमेटी ने पाया कि सीएम जिस कमरे में सो रहे थे वहां फायर डिटेक्टर तक नहीं लगे हुए थे. वहीं गेस्ट हाउस के कमरे में हीटर का सॉकेट मेड इन चाइना था और इस सॉकेट को भी किसी जुगाड़ से बिजली स्विच में जोड़ा हुआ था ऐसे में इसके आग लगने या शॉर्ट सर्किट होने का खतरा लगातार बरकरार था. वहीं जोधपुर हाउस में सीएम के कमरे में आग बुझाने के जो उपकरण थे वो नोजल टैंक से जुड़े हुए नहीं पाए गए.
कमरे में मिले पुराने उपकरण
वहीं जांच कमेटी को आग बुझाने के जो उपकरण मिले वो पूरी तरह से आउट डेटेड थे. इसके अलावा सीएम के कमरे का हीटर लगातार 6 घंटे से चालू था ऐसे में उस हीटर को बदला नहीं गया. वहीं कमरे में लगे बिजली के उपकरणों की खरीद जोधपुर हाउस (दिल्ली) के स्थानीय स्तर पर की गई थी. बता दें कि सीएम के साथ हुए इस हादसे को कमेटी और आवासीय आयुक्त कार्यालय ने बेहद चिंताजनक मानते हुए जरूरी कदम उठाने का कहा है.