बाड़मेर। सियासी संकट और आर्थिक मार झेल रहा पाकिस्तान अब भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान की बड़ी साजिश का खुलासा किया है। राजस्थान सीआईडी ने तीन दिन में बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएसआई के 6 एजेंट गिरफ्तार किए हैं। ये सभी आरोपी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहे है। इनको अलग-अलग जगह से डिटेन किया है।
बाड़मेर से 2 जासूसों को किया गिरफ्तार
30 मार्च को भी राजस्थान इंटेलिजेंस पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। राजस्थान इंटेलिजेंस पुलिस 31 मार्च को पाकिस्तानी 2 एजेंट पकड़े है। बता दें कि इससे पहले 29 मार्च को 4 एजेंट पकड़े थे। शुक्रवार को पाकिस्तान खुफिया एजेंसी को राजस्थान के बाड़मेर में सीमावर्ती क्षेत्रों की गोपनीय सूचनाएं भिजवाने के आरोप में सीआईडी इंटेलिजेंस जयपुर की टीम द्वारा आईएसआई के दो स्थानीय एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है। एडीजीपी पुलिस इंटेलिजेंस एस सेंगाथिर ने बताया कि बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र के धारवी कला निवासी रतन खान (52) और चिमाणियों की ढाणी शोभाला जेतमाल निवासी पारुराम (34) को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पैसों के लालच में भारत की प्रतिबंधित स्थानों के वीडियो और फोटोग्राफ्स, लोकेशन तथा अन्य गोपनीय सूचनाएं पाकिस्ततान को भेज रहे थे।
रिश्तेदारों से मिलने के बहाने लगातार पाकिस्तान जाता रहा
राजस्थान इंटेलिजेंस सीआईडी पुलिस के अनुसार, साल 2012 से आरोपी रतन खान अपने रिश्तेदारों से मिलने के बहाने लगातार पाकिस्तान जाता रहा है। वहां पर वह पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई से सोशल मीडिया के माध्यम से सूचनाएं भेजने की ट्रेनिंग लेकर आया। उसके बाद से लगातार बाड़मेर जिले की सूचनाएं भेजता रहा। इसी प्रकार बाड़मेर में नगाणा कवास स्थित मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल में सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात बॉर्डर होमगार्ड का जवान पारुराम को गिरफ्तार किया है। आरोपी पारुराम बाड़मेर जिले में लगातार तेल खनन का काम कर रही कंपनियों की सूचनाएं और फोटो वीडियो हनी ट्रैप और प्रलोभन के लालच में आकर पाकिस्तान को जानकारी भेजता था।
पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में था बॉर्डर होमगार्ड का जवान
साल 2016 से आरोपी पारुराम पाकिस्तानी आईएसआई एजेंसी की महिला एजेंट के संपर्क में था। उसने हनीट्रैप के मामले में कई बार फोटो और वीडियो भी भेजे थे। राजस्थान इंटेलिजेंस सीआईडी पुलिस की जांच में सामने आया है कि इन दोनों के खाते में पाकिस्तान की ओर से फंड ट्रांसफर भी हुआ है। फिलहाल इंटेलिजेंस की टीम दोनों से गहनता से पूछताछ कर रही है।
बता दें कि प्रदेश में जासूसी गतिविधियों की सतत निगरानी के दौरान इंटेलिजेंस टीम को इन दोनों के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से निरंतर संपर्क होने की सूचना मिली थी। इसके बाद इनकी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रख पुख्ता जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई की है। इंटेलिजेंस टीम ने पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार किया।
जयपुर से आई विशेष टीम ने कार्रवाई को दिया अंजाम…
राजस्थान इंटेलिजेंस पुलिस की टीम ने सीमावर्ती बाड़मेर जिले में कार्रवाई करते हुए चार संदिग्ध लोगों को डिटेन किया है। बताया जा रहा है कि इन संदिग्धों पर गोपनीय सूचनाएं आईएसआई को भेजने का आरोप है। इस कार्रवाई को जयपुर से आई विशेष टीम ने अंजाम दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजस्थान की सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला था कि बाड़मेर से गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान भेजी जा रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए जयपुर की विशेष टीम मंगलवार को बाड़मेर पहुंची। जयपुर से आई टीम ने दो दिन जिले के सीमावर्ती क्षेत्र चौहटन, शिव तथा इसके आसपास के इलाके में कार्रवाई की।