जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को वोटिंग होनी है। विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जोरों-शोरों के साथ प्रचार में लगी हैं। इस बीच राज्य की विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने विवादित बयान देकर बखेड़ा खड़ा कर दिया।
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने टोंक के चुनाव को लाहौर कनेक्शन से जोड़ दिया है। बुधवार को टोंक में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा कि टोंक और राजस्थान के चुनाव पर लाहौर की नजर है। उन्होंने कहा कि पीएफआई के लोगों को शरण कौन देता है, पीएफआई के लोग पकड़े जाते हैं तो उनको रोटी कौन खिलाता है, टोंक में बैठने वाले लोग खिलाते हैं। यहां तो लाहौर की भी नजर है। बीजेपी सांसद ने कहा कि 25 तारीख को वोटिंग के बाद हमको यह देखना है कि देश में लड्डू बंटता है या फिर लाहौर में बंटता है।
दिल्ली से सांसद बिधूड़ी ने कहा, टोंक पर हमास जैसे आतंकवादी नजर गड़ाए बैठे हैं कि यहां एक्सीडेंट में अगर कोई विशेष समुदाय का मारा जाएगा तो उसके परिवार को नौकरी और 50 लाख रुपए दिए जाते हैं जबकि दूसरी ओर किसी बेकसूर कन्हैया की हत्या कर दी जाती है तब भीख के रूप में 5 लाख रुपए दिए जाते हैं। इस चुनाव पर देश की नजर नहीं, देश के बाहर बैठे दुश्मनों की भी है। यह अस्मिता का सवाल है।
टोंक से विधायक है सचिन पायलट…
बता दें कि दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी को पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है। टोंक विधानसभा सीट कांग्रेस नेता सचिन पायलट की सीट है। भाजपा ने स्थानीय उम्मीदवार एवं टोंक विधायक रह चुके अजीत सिंह मेहता पर दांव खेला है।
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान…
यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने ऐसा बयान दिया हो। इससे पहले भी उन्होंने संसद के विशेष सत्र के दौरान ‘चंद्रयान-3 की सफलता’ पर चर्चा के दौरान बसपा सांसद कुंवर दानिश अली को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद सियासी बवाल मच गया था। विपक्षी नेताओं ने बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने बिधूड़ी के बयान को ‘गंभीरता’ से लेते हुए भविष्य में ऐसे बर्ताव की पुनरावृत्ति पर उन्हें ‘कड़ी कार्रवाई’ की चेतावनी दी थी। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी बिधूड़ी को तलब किया था।