ACB Raid in Jaipur: राजस्थान में लोकसभा चुनावों की 25 सीटों पर वोटिंग खत्म होते ही एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) एक्शन मोड में आ गई है जहां एसीबी की टीम ने शुक्रवार देर रात दूदू कलेक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज घर पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया. जानकारी के मुताबिक एसीबी ने देर रात करीब 12 बजे छापा मारा जहां दोनों पर आरोप है कि इन्होंने भू-रूपांतरण के बदले 25 लाख रुपए घूस की डिमांड की थी. वहीं सर्च की कार्रवाई देर रात तक चली जिसके बाद कलेक्टर और पटवारी के घर से मोबाईल और कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
एसीबी के एक्शन की जानकारी देते हुए डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि पीड़ित ने शिकायत देकर कहा था कि दूदू में उनकी फर्म के नाम से 204 बीघा जमीन है जिसके कुछ खसरे तालाब-पाल क्षेत्र में होने के कारण कन्वर्जन करवाने की शिकायत कलेक्टर के पास पहुंची थी.
इसके बाद इस मामले में कार्रवाई नहीं करने के एवज में दूदू कलेक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज ने 25 लाख रुपए की डिमांड की थी. वहीं पीड़िता ने कहा कि उसे पैसे देने के लिए लगातार परेशान भी किया जा रहा था. वहीं पीड़ित ने ये भी कहा कि 25 लाख नहीं होने पर 15 लाख रुपए देने पर भी कार्रवाई नहीं करने का भरोसा दिया गया था.
7.5 लाख की डिमांड करने का दावा
एसीबी अधिकारियों ने रेड की कार्रवाई करने के बाद दावा किया कि दूदू कलेक्टटर हनुमान मल ढाका ने रिश्वत के करीब साढ़े सात लाख रुपए डाक बंगला स्थित अपने आवास पर मंगवाए थे जिसके बाद पीसी एक्ट के तहत कलेक्टर और पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर कार्रवाई की गई.
वहीं एसीबी की टीम ने कलेक्टर के डाक बंगला स्थित आवास और तहसील कार्यालय दूदू में भी तलाशी अभियान चलाया. दरअसल हनुमान मल ढाका राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे जिनकी पिछले साल ही आईएएस सेवा में पदोन्नति हुई है.
15 लाख की रिश्वत में हुआ था सौदा
एसीबी के सूत्रों ने बताया कि 15 लाख रुपए में इस मामले का सौदा होने के बाद कलेक्टर और पटवारी ने पीड़ित से 15 अप्रैल की शाम को पैसे डाक बंगले पर मंगवाए थे लेकिन पैसे की व्यवस्था नहीं होने पर पीड़ित ने 4-5 दिन का समय मांगा था और इस बीच एसीबी तक पूरा मामला पहुंचा दिया. बता दें कि हनुमान मल ढाका नागौर, अजमेर, भरतपुर और झुंझुनूं में एसडीएम रहे हैं और बीते 15 फरवरी से दूदू में कलेक्टर लगाए हुए थे.