(पंकज सोनी): जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अजमेर के कायड़ में जनसंपर्क में उमड़ी भीड़ और कार्यकर्ताओं ने जहां एक ओर यह संदेश दे दिया कि वे मोदी के अलावा किसी नेता के चेहरे के मोहताज नहीं हैं। जनसभा में प्रदेश के कोने-कोने से मंडल स्तर तक के कार्यकर्ता पहुंचे। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण’ से करके राजस्थान में भाजपा की सियासत की सीमा रेखा खींच दी।
मोदी के इस लाइन में साफ संदेश छिपा हुआ था कि वे किसी स्थानीय नेता को ज्यादा और किसी को कम तवज्जो देकर गुटबाजी को हवा नहीं देना चाहते हैं। ऐसा नहीं है कि मोदी प्रदेश की जनसभा में किसी नेता का नाम नहीं लेते हैं। बुधवार से पहले नाथद्वारा में मोदी ने मंच पर मौजूद सभी नेताओं के नाम का जिक्र किया, लेकिन इसी दिन सिरोही में भाजपा की तरफ आयोजित जनसभा में मोदी ने अपना संबोधन कायड़ जैसे ही शुरू किया। मंच पर पीएम के बाईं ओर प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और दाईं तरफ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे बैठी थीं। पीएम ने किसी ने नेता से ज्यादा बातचीत नहीं की। महज दो बार राजे से थोड़ी चर्चा की और दो बार ही सीपी जोशी से कुछ कहा।
भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा… टाइम लाइन से समझाया
मोदी ने अपने 41 मिनट के भाषण में तीन बार पानी पीकर कांग्रेस को जमकर कोसा। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओ ने भी उनका जमकर साथ ं दिया। मोदी जैसे ही वॉटर ब्रेक लेते तो सभा स्थल मोदी-मोदी के नारों से गूंजने लगता। वो बोलना शुरू करते तो सन्नाटा पसर जाता। भाजपा कार्यकर्ताओ और मोदी जुगलबंदी चुनावी ं रणनीति की तरफ भी इशारा करती दिखाई दी। भ्रष्टाचार को लेकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर बेहद आक्रामक अंदाज में प्रहार किए। भाषण के दौरान तो कई बार पीएम मोदी ने अपने 9 साल के शासन की उपलब्धियों को भी आक्रामक स्टाइल में गिनवाया। जनसभा के दौरान महिलाओं की भारी संख्या मौजूदगी रही। प्रधानमंत्री ने अपनी योजनाओं की लाइम लाइन का जिक्र करते हुए उस पर भ्रष्टाचार की मार का असर भी समझाया।
एक माह भाजपाई दिखाई देंगे अलग मोड में
भाजपाई आने वाले एक महीने में अब अलग मोड में दिखाई देंगे। अब तक गहलोत सरकार के खिलाफ हमलावर रही पार्टी अब एक साल राजस्थान के कोने-कोने में मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार पर फोकस करेगी।